गौरतलब है कि वर्ष 2017 में भारत ने अमेरिका से होविट्जर तोपों की खरीद की गई थी। मई 2017 में भारत को दो गन मिली थी। जिनका जून 2017 में पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में परीक्षण किया गया था। भारत ने अमेरिका को 145 गन खरीदने का ऑर्डर किया था, जिसमें से 125 गन प्राप्त हो चुकी है तथा 20 गन आना शेष है, जो इसी वर्ष प्राप्त हो जाएगी। इसके बाद महिन्द्र डिफेंस के साथ साझेदारी में भारत में ही होविट्जर गन तैयार की जाएगी।
- 40 किमी तक लगाया निशाना
- 39 केलिबर की है यह तोप
- मात्र 4.4 टन टन है वजन
- 155 एमएम की है तोप
इस तोप को लेकर सबसे बड़ी बात यह है कि इसका परिवहन चिनूक हेलीकॉप्टर से भी किया जा सकता है। एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के दौरान मात्र दो मिनट में इसे समेटा जा सकता है तथा फॉल्डिंग करने के बाद यह परिवहन के लिए तैयार हो जाती है। निश्चित स्थान पर ले जाने के बाद फायरिंग के लिए यह तोप मात्र तीन मिनट का समय लेती हैै। हेलिकॉप्टर से भी परिवहन कर एक से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है। जम्मू कश्मीर के लेह लद्दाख व अरुणाचल प्रदेश के ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में भी ले जाया जा सकता है।