सूचना मिलते ही आएगी एम्बुलेंस
दुर्घटना होने होने अथवा अथवा बीमार की हालत अत्याधिक गंभीर होने की स्थिति में भी ऑटो एम्बुलेंस उसे हॉस्पिटल तक पहुंचाने का काम करेगी। इस दौरान किसी से भी चालक की ओर से कोई किराया आदि नहीं लिया जा सकेगा। चालक को उसके कार्यों के अनुपात में भुगतान यूनियन की ओर से किया जाएगा।
दुर्घटना होने होने अथवा अथवा बीमार की हालत अत्याधिक गंभीर होने की स्थिति में भी ऑटो एम्बुलेंस उसे हॉस्पिटल तक पहुंचाने का काम करेगी। इस दौरान किसी से भी चालक की ओर से कोई किराया आदि नहीं लिया जा सकेगा। चालक को उसके कार्यों के अनुपात में भुगतान यूनियन की ओर से किया जाएगा।
संबंधित क्षेत्रों में रहेंगे इनके नंबर
ऑटो एम्बुलेंस सेवा शुरू होने के साथ ही शहर के सभी सार्वजनिक स्थलों, प्रमुख क्षेत्रों, मार्गों एवं हॉस्पिटल आदि जगहों पर नि:शुल्क सेवा वाले ऑटो एम्बुलेंस चालकों के नंबर अंकित कराए जाएंगे। ताकि आधी रात को भी आवश्यकता होने पर यह अपने संबंधित क्षेत्रों में चंद मिनट में पहुंच जाएंगे। इसके लिए यूनियन की ओर से जल्द ही ऑटो एम्बुलेंस की सूची जगह-जगह लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
ऑटो एम्बुलेंस सेवा शुरू होने के साथ ही शहर के सभी सार्वजनिक स्थलों, प्रमुख क्षेत्रों, मार्गों एवं हॉस्पिटल आदि जगहों पर नि:शुल्क सेवा वाले ऑटो एम्बुलेंस चालकों के नंबर अंकित कराए जाएंगे। ताकि आधी रात को भी आवश्यकता होने पर यह अपने संबंधित क्षेत्रों में चंद मिनट में पहुंच जाएंगे। इसके लिए यूनियन की ओर से जल्द ही ऑटो एम्बुलेंस की सूची जगह-जगह लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
इसलिए लिया गया जनहितकारी फैसला
यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि वर्तमान समय में घायलों को कई बार ले जाने के लिए न तो वाहन मिलते हैं, और न ही एम्बुलेंस समय पर पहुंच पाती है। इसकी वजह से अक्सर अनहोनी होती रहती है। ऐसे में सडक़ों पर दौड़ रहे आसपास के ऑटो वाहनों में ऑटो एम्बुलेंस की उपलब्धता हो तो फिर लोगों की जान बचाई जा सकती है। यही नहीं, कई बार गंभीर स्थिति में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे रोगी को तुरन्त उपचार की जरूरत होती है तो फिर कई बार वाहन ही नहीं मिलते। ऐसे में ऑटो एम्बुलेंस चालक को फोन करने पर वह संबंधित जगह पर पहुंच जाएगा। रोगी को अस्पताल तक पहुंचाया जाएगा।
यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि वर्तमान समय में घायलों को कई बार ले जाने के लिए न तो वाहन मिलते हैं, और न ही एम्बुलेंस समय पर पहुंच पाती है। इसकी वजह से अक्सर अनहोनी होती रहती है। ऐसे में सडक़ों पर दौड़ रहे आसपास के ऑटो वाहनों में ऑटो एम्बुलेंस की उपलब्धता हो तो फिर लोगों की जान बचाई जा सकती है। यही नहीं, कई बार गंभीर स्थिति में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे रोगी को तुरन्त उपचार की जरूरत होती है तो फिर कई बार वाहन ही नहीं मिलते। ऐसे में ऑटो एम्बुलेंस चालक को फोन करने पर वह संबंधित जगह पर पहुंच जाएगा। रोगी को अस्पताल तक पहुंचाया जाएगा।
इनका कहना है…
शहर में दुर्घटना में घायलों व गंभीर रोगियों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए अब ऑटो एम्बुलेंस की सेवा भी लोगों को जल्द ही मिलेगी। इसकी तैयारियां तेज कर दी गई है।
शहर में दुर्घटना में घायलों व गंभीर रोगियों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए अब ऑटो एम्बुलेंस की सेवा भी लोगों को जल्द ही मिलेगी। इसकी तैयारियां तेज कर दी गई है।
रूपसिंह, अध्यक्ष, ऑटो रिक्शा यूनियन, नागौर