हुआ यों कि नाहरगढ़ रोड स्थित बाबा हरिशचंद्र मार्ग से सोमवार दोपहर 10 साल का आंशिक जैन घर से बिना बताए यह सोचकर निकल गया कि दादी के पास सोयला (टोंक) जाएगा। इस दौरान छोटी चौपड़ पर वह रास्ता भटक गया और पांच बत्ती एमआइरोड पहुंच गया।
रास्ता भटकने पर आंशिक रोने लगा। वहां ई-रिक्शा चालक गिरधारी ने उसे रोते देखा तो पास बैठाया और रोने का कारण पूछा। बच्चे ने कहा कि मैं दादी के पास जाना चाहता हूं, मुझे सिंधी कैंप छोड़ दो। इस पर गिरधारी ने उसे दूध पिलाया और खाने के लिए बिस्किट दिया। चालक ने बताया कि वह बार-बार दादी के पास जाने के लिए कह रहा था।
इसके बाद गिरधारी ने उसे ई-रिक्शा में बैठाया और ज्योतिनगर थाने पहुंचा। वहां सुनवाई नहीं हुई तो दो सवारियों को उतारकर बजाजनगर थाने गया। वहां पुलिसकर्मियों को पूरा घटनाक्रम बताया। पुलिसर्किमयों ने खंगाला तो पता चला कि बच्चा कोतवाली थाना क्षेत्र से मिसिंग है और इसकी रिपोर्ट भी दर्ज है। इसके बाद पुलिस ने परिजनों को बुलाया और बच्चे को सुपुर्द किया। परिजनों ने ई-रिक्शा चालक को धन्यवाद दिया।
आंशिक की मां पूर्ति जैन ने बताया कि वह दोपहर 3.30 बजे घर से बिना बताए निकल गया था। वह नहीं मिला तो कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। पूर्ति ने कहा कि ई-रिक्शा चालक की वजह से मेरा बेटा सही सलामत मिल गया।