बाल कल्याण समिति द्वारा नाबालिक की काउंसलिंग के बाद उसका राजकीय भरतिया अस्पताल में मेडिकल बोर्ड की देखरेख में मेडिकल जांच करवाया गया। उसके बाद उसे नाबालिक लड़की को चाइल्ड केयर होम भेज दिया गया। पीड़ित नाबालिक के मुताबिक वह असम की रहने वाली है, जहां तेजपुर में उसकी शादी उसके उम्र से तीन गुने ज्यादा बड़े शख्स चूरु निवासी से करावा दी गई।
हालांकि पीड़ित लड़की को ये जानकारी नहीं है कि उसके घरवालों ने उसका सौदा कितने रुपए किया था। नाबालिक के सौदे के दौरान उसके मां-बाप और उसकी बुआ वहां मौजूद थे। तो वहीं सौदा तय होने के बाद आरोपी शख्स ने नाबालिक से शादी रचाई और फिर उसे चूरु लेकर आया। जहां उसके साथ आरोपी ने 6 दिनों तक उसका यौन शोषण किया।
मामले को लेकर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष कैलाश शर्मा ने बताया कि नाबालिक को बरामद किए जाने के बाद उसका मेडिकल चेकअप राजकीय अस्पताल में करावा कर उसे बालिका आश्रय भेज दिया गया है, जबकि इस पूरे में पुलिस की जांच जारी है। पुलिस फिलहाल मामले छानबीन में जुटी है। जिससे कि आरोपियों के बारे में अधिक जानकारी पता चल सके।
गौरतलब है कि इससे पहले भी चूरु में मानव तस्करी से जुड़े मामले सामने आ चुके हैं तो वहीं पुलिस-प्रशासन इन वारदातों पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित होती दिख रही है। आपको बता दें कि इस तरह के मानव तस्करी की खबरें प्रदेश के कुछ स्थानों के अलावा आसपास के राज्यों से भी अक्सर मिलती रहती है, जहां असम के गरीब परिवारों की लड़कियों को कभी शादी के नाम पर तो कभी काम दिलवाने के नाम पर उनका सौदा किया जाता है, फिर उनके साथ घिनौने कृत्य किए जाते हैं।