जयपुर

राजस्थान की 12 नाबालिग बच्चियों को केरल में तस्करों से करवाया मुक्त, दो तस्कर गिरफ्तार

राजस्थान से हो रही मानव तस्करी : केरल के जिस स्कूल में बच्चियों को पढ़ाने के लिए ले जाना बताया, वह 2017 में ही हो गया था बंद, बच्चियों के साथ परिजन नहीं थे, तस्करों के पास मिला परिजन का दिया शपथ पत्र

जयपुरAug 02, 2022 / 08:00 am

pushpendra shekhawat

राजस्थान की 12 नाबालिग बच्चियों को केरल में तस्करों से करवाया मुक्त, दो तस्कर गिरफ्तार

मुकेश शर्मा / जयपुर। राजस्थान से बड़े स्तर पर बच्चों की मानव तस्करी हो रही है। आश्चर्य की बात है कि राजस्थान पुलिस की मानव तस्करी निरोधी यूनिट को इसकी भनक तक नहीं। जबकि केरल पुलिस ने राजस्थान से बच्चों की मानव तस्करी होने की पुष्टि की और दो तस्करों को गिरफ्तार करना भी बताया है।
केरल कोझीकोड़ जीआरपी पुलिस ने सात दिन पहले ट्रेन में से राजस्थान के बांसवाड़ा की 12 नाबालिग बच्चियों को मुक्त करवाया था। इन सभी बच्चियों को केरल के एर्नाकुलम स्थित एक स्कूल में भर्ती कराने के नाम पर ले जाया जा रहा था। पुलिस इनके परिजनों से सम्पर्क कर तथ्यों की तफ्तीश में जुटी है।
पांच वर्ष ही खुला था स्कूल

केरल पुलिस के एक आला अधिकारी ने बताया कि बच्चियों को जिस स्कूल के नाम पर लाया गया, वह स्कूल वर्ष 2017 में ही बंद हो गया। वर्ष 2013 में यह स्कूल खुला था, लेकिन स्कूल की संदिग्ध गतिविधियां होने पर उसे मान्यता नहीं दी गई। इसलिए स्कूल पांच वर्ष बाद ही बंद हो गया।
शपथ पत्र मिलने पर हुआ संदेह
केरल के आला पुलिस अफसर ने बताया कि बांसवाड़ा निवासी 12 बच्चियों को दो तस्करों के साथ भेजा गया था। एक तस्कर केरल का और दूसरा बांसवाड़ा का था। दोनों तस्करों के पास नाबालिग बच्चियों के परिजनों द्वारा लिखित शपथ पत्र मिला। शपथ पत्र में परिजनों की तरफ से बच्चियों को एर्नाकुलम स्थित स्कूल में पढ़ाने के लिए स्वयं की मर्जी से भेजना लिखा था। जबकि स्कूल बंद हुए काफी वर्ष हो चुके, इस पर मानव तस्करी का संदेह हुआ और दोनों तस्करों को आइपीसी 370 के तहत गिरफ्तार किया।
परिजनों को करेंगे सुपुर्द
केरल पुलिस ने बताया कि सभी बच्चियों के परिजनों को इस संबंध में अवगत कराया गया। राजस्थान पुलिस से भी संपर्क किया गया। परिजन के केरल आने के बाद उनकी तस्दीक के बाद बच्चियों को उन्हें सुपुर्द करेंगे। केरल पुलिस गिरोह में शामिल अन्य लोगों को भी तलाश रही है।
इसलिए की जाती है मानव तस्करी
– मजदूरी के लिए
– शादी के लिए
– धर्मान्तरण के लिए
– भीख मंगवाने के लिए
– वेश्यावृत्ति के लिए
– चोरी करवाने के लिए

प्रदेश में 2 वर्ष में 4250 बच्चों की तस्करी के प्रकरण दर्ज
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक, राजस्थान में वर्ष 2019 व 2020 में 4250 बच्चों की तस्करी के मामले सामने आए। इनमें वर्ष 2019 में 1071 प्रकरण दर्ज हुए। जबकि वर्ष 2020 में 3179 प्रकरण दर्ज हुए। वर्ष 2020 में 551 लड़के और 2828 लड़कियों की तस्करी की गई। हालांकि इनमें 522 लड़के और 2493 लड़कियों को बरामद किया गया।
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