शीतलाष्टमी के अवसर पर दशकों से चली आ रही परंपरा में हुरंगा महोत्सव के आयोजन पर महोत्सव में शहर सहित दूर दराज के गांवां से बंब पार्टियों में पारंपरिक रूप से सजे-धजे आए कलाकार बंब की थाप पर लोकगायन का प्रदर्शन करते हैं। जिसमें लठ्मार होली और अबीर गुलाल के साथ पिचकारी से चंहुओर रंगो की बौछार की जाती है। सोमवार सुबह एक दिन पूर्व घरों में बनाए गए पकवानों से भूडा गेट स्थित सेढ का मढ (संमरादेव हनुमान मंदिर) और मसानी मौहल्ला स्थित मन्दिर पर शीतला माता की पूजा कर परिवार की खुशहाली की कामना के लिए बासे पकवानों से भोग लगाया जाएगा। उससे पहले रविवार रात संमरादेव हनुमान मंदिर परिसर में स्थानीय कलाकारों की ओर से भजन संध्या कार्यक्रम आयोजित होगा।