पुलिस उपाधीक्षक दिनेश यादव ने बताया कि मृतका की शिनाख्त होने पर चाचा सतवीर से संपर्क किया। उसने रिपोर्ट में बताया कि पूजा का विवाह 2017 में आशीष के साथ हुआ था। शादी के बाद पति, ससुर लक्ष्मण सहित परिवार के अन्य सदस्य दहेज की मांग कर उसे आए दिन प्रताडि़त करते थे। दीपावली के दिन पूजा का फोन आया था कि ससुराल वाले उसे मारने की योजना बना रहे हैं और उसका फोन कट गया था। उसके बाद आशीष का फोन आया उसने बताया पूजा घर से गायब है और कहीं चली गई। इसके बाद उन्हें सोतानाला पुलिया पर उसका शव मिलने की जानकारी मिली।
हत्या का प्रकरण दर्ज होने के बाद पति आशीष उर्फ मोनू और ससुर लक्ष्मण सिंह यादव को दस्तयाब कर उनसे सख्ती से पूछताछ की गई। आरोपियों ने बताया कि ससुराल पक्ष से 5 लाख के लेनदेन को लेकर विवाद होने और मृतका के किसी अन्य व्यक्ति से अवैध संबंध होने के शक में उन्होंने 14 नवम्बर को दीपावली पूजन के बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।