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प्रमोशन मिलते ही टॉप आईएएस पकड़ते दिल्ली की राह, अफसरों की कमी ने बढ़ाई सरकार की चिंता

locationजयपुरPublished: Jan 24, 2022 10:49:37 am

Submitted by:

PUNEET SHARMA

केन्द्र में पहले से ही तैनात है राजस्थान काडर के 20 आइएएस, अफसरों की कमी ने बढ़ाई सरकार की चिंता

जयपुर। राजस्थान काडर में तैनात आइएएस अफसरों के केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने का सिलसिला जारी है। हाल ही प्रमुख सचिव पद पर पदोन्नत हुए 1998 बैच के आइएएस और वर्तमान में राज्यपाल के सचिव सुबीर कुमार ने भी दिल्ली की राह पकड़ ली है। कुछ दिनों पहले ही 2011 बैच के आइएएस अभिमन्यु कुमार केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा चुके हैं।
सुबीर कुमार के केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली जाने के आवेदन पर राज्य सरकार ने अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया है। अब सुबीर अपनी नई नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं।
एक के बाद एक अधिकारियों के जाने से अब राज्य सरकार की चिंता भी बढ गई है कि प्रदेश में अफसरों की कमी होने पर किस तरह से चुनावी वर्षों में योजनाओं और कार्यक्रमाें का क्रियान्वयन होगा। सुबीर कुमार की जगह अब अन्य आइएएस को राज्यपाल का सचिव बनाया जाएगा। इससे मुख्यधारा में एक और अफसर की कमी होगीँ।
23 अफसर, 35 से ज्यादा विभागों का अतिरिक्त प्रभार

मौजूदा समय में सरकार के अलग अलग विभागों की कमान संभाल रहे 23 आइएएस अफसरों के पास 35 से ज्यादा विभागों का अतिरिक्त प्रभार है। इनमें से कुछ विभाग सीधे जनता से जुडे विभाग हैं।
केन्द्र में 20 तैनात, तीन और जाएंगे
केन्द्र सरकार में राजस्थान काडर के 20 अफसर पहले से ही तैनात हैं। इनमें उषा शर्मा, वी श्रीनिवासन और राेहित कुमार सिंह सचिव पद पर हैं। अब अजिताभ शर्मा, राजेश यादव और सुबीर कुमार भी प्रतिनियुक्ति पर जाएंगे।
पहली बार जयपुर कलक्टर के पास भी अतिरिक्त प्रभार
अफसरों की का नमूना यह है कि जयपुर कलक्टर राजन विशाल को पॉवर फाइनेंस कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त कार्यभार संभालना पड रहा है। अफसरों का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ है कि जयपुर कलक्टर के पास भी अतिरिक्त प्रभार हो।
काडर में 44 आइएएस अब भी कम
राजस्थान में आइएएस की काडर स्ट्रेंथ 313 है। लेकिन इस स्ट्रेंथ के मुकाबले राज्य में 259 आइएएस अफसर तैनात हैं। इस स्थति में राज्य में अब भी 44 आइएएस अफसरों की कमी है। अब एक एक आइएएस के पास औसतन तीन विभागों का अतिरिक्त प्रभार है।

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