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आईसीटी लैब के जरिए बच्चों को पढ़ाई से जोडऩे की तैयारी

locationजयपुरPublished: Jan 22, 2022 08:43:24 am

Submitted by:

Rakhi Hajela

कोविड के लगातार बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अब शिक्षा विभाग ने लंबे समय से बंद पड़ी आईसीटी लैब को एक बार फिर से शुरू करने की तैयारी कर ली है। हाल ही में विभाग की ओर से आरंभ किए गए स्टार कार्यक्रम के तहत एक बार फिर इन आईसीटी लैबों के जरिए बच्चों को पढ़ाई से जोड़ा जाएगा।

आईसीटी लैब के जरिए बच्चों को पढ़ाई से जोडऩे की तैयारी

आईसीटी लैब के जरिए बच्चों को पढ़ाई से जोडऩे की तैयारी


विद्यार्थियों की शत प्रतिशत उपस्थिति होगी जरूरी

ऑनलाइन पढ़ाई की होगी मॉनिटरिंग
स्टूडेंट्स और पैरेंट्स से लेंगे जानकारी
जयपुर।
कोविड के लगातार बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अब शिक्षा विभाग ने लंबे समय से बंद पड़ी आईसीटी लैब को एक बार फिर से शुरू करने की तैयारी कर ली है। हाल ही में विभाग की ओर से आरंभ किए गए स्टार कार्यक्रम के तहत एक बार फिर इन आईसीटी लैबों के जरिए बच्चों को पढ़ाई से जोड़ा जाएगा। शिक्षा निदेशालय ने सभी संस्था प्रधानों को निर्देश दिए हैं कि जिन स्कूलों में आईसीटी लैब बनी हुई हैं और ऐसे स्कूल जिनके पास कम्प्यूटर, प्रोजेक्टर, स्मार्ट टीवी आदि की सुविधा है, उन स्कूलों में ई कक्षा डेटा की उपलब्धता स्टूडेंट्स के लिए करवाई जाएगी।
जानकारी के अनुसार प्रदेश के करीब 4500 राजकीय माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में कम्प्यूटर शिक्षा आईसीटी योजना के तहत संचालित हो रही थी। केंद्र सरकार की आईसीटी योजना के तहत करोड़ों रुपए खर्च कर स्कूलों में कम्प्यूटर लैब बनाई गई और संविदा पर कम्प्यूटर शिक्षक लगाए गए थे, लेकिन साल 2014 में इन कम्प्यूटर शिक्षकों को हटा दिया गया। इसके बाद से ही स्कूलों में बनी कम्प्यूटर लैब लॉक हो गई। अब इन्हीं कम्प्यूटर लैब को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए काम में लिया जाएगा।
विभागीय अधिकारी करेंगे मॉनिटरिंग
जिले और ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को उनके क्षेत्र में आने वाले स्कूलों की जिम्मेदारी दी जाएगी। अधिकारियों को इन स्कूलों को व्हाट्सएप गु्रप पर जोडऩा होगा। अधिकारी समय समय पर स्कूलों की विजिट तो करेंगे ही साथ ही स्टूडेंट्स और उनके पैरेंट्स से भी सम्पर्क करेंगे और उनसे पढ़ाई की जानकारी लेंगे, जिससे यह पता चल सकें कि वाकई में शिक्षक उन्हें पढ़ा रहे हैं अथवा नहीं। अधिकारियों का यह भी दायित्व होगा कि वह नियमित रूप से किसी ना किसी स्कूल के टीचर्स के साथ वीडियो कॉल के जरिए जुड़े और स्टार कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्हें संबलन प्रदान करें।
फोटो भी करने होंगे शेयर
बैक टू स्कूल अभियान के तहत जिन स्टूडेंट्स की रेमिडी क्लास ली जाएगी उनकी एक्टिविटी की रिपोर्ट व्हाट्सएप गु्रप में शेयर करने के साथ ही ऑनलाइन क्लास की एक्टिविटीज की फोटो भी शेयर किए जाएंगे जिससे यह पता चल सके कि ऑनलाइन क्लास में पढ़ाई हो रही है। कोर्स पूरा होने के बाद बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों को 20 फरवरी के बाद मॉडल टेस्ट पेपर के जरिए फाइनल परीक्षा का अभ्यास करवाया जाएगा। कोविड-19 की परिस्थितियों के मुताबिक मॉडल पेपर ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीकों से विद्यार्थियों को उपलब्ध होंगे।
इनका कहना है,
शिक्षा निदेशालय से मिले निर्देशों के मुताबिक ऑनलाइन और ऑफलाइन क्लास के लिए स्कूलों को निर्देशित किया गया है। हम भी अपने स्तर पर स्कूलों की नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं साथ ही ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को भी इस संबंध में निर्देशित किया गया है।
जेएन मीणा, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक।
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