जयपुरPublished: Oct 02, 2020 05:49:08 pm
Ashish
राज्यपाल कलराज मिश्र ( Governor Kalraj Mishra ) ने कहा है कि महात्मा गांधी ( Mahatma Gandhi ) को उनके कार्यों ने इतनी ऊंचाई प्रदान की हैं कि उनके जन्म के 150 वर्ष बाद भी हमें उनके आदर्शों से न केवल प्रेरणा मिल रही है बल्कि भावी पीढ़ी के लिए भी इसमें संदेश निहित हैं।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और शास्त्री के आदर्श आज भी प्रांसगिक – राज्यपाल
जयपुर
राज्यपाल कलराज मिश्र ( Governor Kalraj Mishra ) ने कहा है कि महात्मा गांधी ( Mahatma Gandhi ) को उनके कार्यों ने इतनी ऊंचाई प्रदान की हैं कि उनके जन्म के 150 वर्ष बाद भी हमें उनके आदर्शों से न केवल प्रेरणा मिल रही है बल्कि भावी पीढ़ी के लिए भी इसमें संदेश निहित हैं। गांधीजी ने स्वतंत्र भारत में अपने जीवन का बहुत कम समय व्यतीत किया। इसके बावजूद हम देखते हैं कि देश का विकास और विकास की संकल्पना उनके स्वदेशी ग्राम स्वराज्य और स्वावलंबन जैसे सिद्धान्तों के बिना अधूरी है। खाद्यान्न की कमी को दृष्टिगत रखते हुए पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ( former Prime Minister Lal Bahadur Shastri ) ने देश की जनता का आहवान किया कि वे सप्ताह में एक दिन का व्रत रखें ताकि उपलब्ध खाद्यान्न अधिक समय तक चल सके एवं किसानों के आत्मविश्वास में वृद्वि हो सके। सेना के मनोबल को बढाने तथा सीमित संसाधनों के बावजूद युद्व में जीत प्राप्त करने का श्रेय शास्त्रीजी को ही जाता है। राज्यपाल मिश्र ने शुक्रवार को राजभवन में महात्मा गांधीजी की मूर्ति और शास्त्रीजी के चित्र पर माल्यार्पण कर उनकी जयन्ती पर दोनों महापुरूषों को नमन किया। इस अवसर पर राज्य की प्रथम महिला सत्यवती मिश्र ने भी दोनों महापुरूषों को श्रदा सुमन अर्पित किए।