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उद्योग प्रस्ताव दें तो प्रवासी श्रमिकों के कोरोना टैस्ट कराएगी सरकार

locationजयपुरPublished: Jun 03, 2020 09:22:19 pm

Submitted by:

Pankaj Chaturvedi

— सीआईआई के संवाद कार्यक्रम में अतिरिक्त मुख्य सचिव ने की घोषणा

उद्योग प्रस्ताव दें तो प्रवासी श्रमिकों के कोरोना टैस्ट कराएगी सरकार

उद्योग प्रस्ताव दें तो प्रवासी श्रमिकों के कोरोना टैस्ट कराएगी सरकार

जयपुर. प्रदेश में दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी श्रमिकों में कोरोना संक्रमण के भय को लेकर सरकार का महत्वपूर्ण रुख सामने आया है। उद्योगपतियों के इस डर को लेकर सरकार ने कहा है कि यदि उद्यमी पूल बना कर प्रस्ताव दें तो सरकार इन प्रवासी श्रमिकों के कोरोना टैस्ट कराने का तैयार है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने बुधवार को सीआईआई की ओर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयेाजित संवाद कार्यक्रम में यह घोषणा की। एक उद्यमी की ओर से प्रवासियों को लेकर किए गए सवाल पर सिंह ने कहा कि सीआईआई आस—पास स्थित इकाइयों का पूल बना कर सरकार को प्रस्ताव दे तो एक स्थान पर परीक्षण वाहन भेज कर टैस्ट कराए जाएंगे। सिंह ने उद्यमियों को सलाह दी कि वह बाहर से आए श्रमिकों और पहले से काम कर रहे श्रमिकों को कम से कम 10 से 14 दिन तक अलग—अलग रखें। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राजस्थान के अस्पतालों में कोविड मरीजों के इलाज के लिए बिस्तरों की कोई कमी नहीं है।
रामगंज स्ट्रेटजी का दस्तावेज बनेगा

सिंह ने कहा कि केन्द्र ने भी रामगंज में अपनाई गई रणनीति की तारीफ की है। सरकार विशेषज्ञ सेवाएं लेकर इसे दस्तावेज का रूप दे रही है। सिंह ने यहां कंटेनमेंट जोन में अधिक जोखिम वाले बुजुर्गों, गंभीर बीमारों की जीवन रक्षा के लिए चलाए गए अभियान के बारे में भी बताया।
जुलाई से हर जिले में टैस्ट

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि कई देशों में द्वितीयक और तृतीयक स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं तो बहुत उन्नत हैं, लेकिन प्राथमिक स्तर की नहीं। कोरोना ने प्राथमिक स्तर पर सेवाएं बेहतर रखने का सबक दिया है। राज्य में जुलाई से सभी जिलों में कोरोना परीक्षण सुविधा शुरु हो जाएंगी।
शहरी गरीब की होती अनदेखी

सिंह ने कहा कि योजनाओं में ग्रामीण इलाकों के गरीबों के लिए तो बहुत कुछ होता है, लेकिन शहरी गरीब की अनदेखी की जाती है। इसीलिए सरकार ने शहरों में जनता क्लिीनिक शुरू किए।
हाथ धोना सबसे बड़ा बचाव

संक्रमण रोकथाम के लिए उन्होंने कहा कि बार—बार हाथ धोना भले ही लोगों के लिए मजाक का विषय बने, लेकिन यही संक्रमण से सबसे प्रभावी बचाव है। दिन में 10 बार हाथ धो लिए तो मानों पूरे दिन का काम पूरा कर लिया।
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