ज्यादा की चाह रखें हर समय महत्वाकांक्षी बने रहें। जैसे ही आपको बड़े मौके नजर आएं, अपनी टीम और खुद को आगे बढऩे के लिए कहें। आपके प्रयासों और जोश से कई चीजें आसान हो जाती हैं। हमेशा इस बारे में विचार करते रहें कि किस तरह से काम को बेहतर तरीके से पूरा किया जा सकता है और नई स्किल्स सीखी जा सकती हैं। आपकी टीम हमेशा आपके रास्ते पर ही आगे बढ़ेगी।
इन गुणों को उतारें अपने जीवन में: बुरी खबर न छुपाएं यदि आप लीडर की भूमिका में नए हैं तो बुरी खबरों को स्वीकार और शेयर करना सीखें। बुरी खबरों को छुपाने की बजाय आगे बढक़र बताएं। इससे कम्यूनिकेशन का नया रास्ता खुलेगा। इससे समस्या को ज्यादा फैलने से पहले ही रोक पाएंगे। बुरी खबर को खुलकर अपने टीम मेंबर्स के साथ शेयर करें। इससे टीम आप पर भरोसा करने लगेगी और समस्याएं सुलझाने में टीम का पूरा सपोर्ट मिलेगा।
बोलना सीखें हर लीडर की अपनी पर्सनेलिटी होती है कोई एक्ट्रोवर्ट होता है तो कोई इन्ट्रोवर्ट। कोई अग्रेसिव होता है तो कोई कूल। इसके साथ ही आपको एक जरूरी स्किल खुद के अंदर विकसित करनी होगी, वह है बोलने की। आपको टीम से काम के बारे में कई विषयों पर बात करनी होगी और उन्हें अपने टारगेट्स की डिटेल्स देनी पड़ेगी।
बार-बार दोहराएं आपको हर कम्यूनिकेशन को बार-बार को दोहराते समय ये ध्यान रखना चाहिए कि दोबारा कहते समय आपकी भावनाओं, कंटेंट और टोन एक जैसी होनी चाहिए। जैसा कि किसी विज्ञापन में होता है। इससे तय होता है कि अलग-अलग टीम मेंबर्स से और अलग-अलग समय पर आपने एक ही बात पर जोर दिया है।