68 हजार नीचे आई चांदी
वायदा बाजार में गिरावट के कारण पिछले सात दिनों में चांदी के भाव 4600 रुपए तक टूट गए। सावों की मांग के बावजूद चांदी 68,000 के नीचे 67,500 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
आभूषण बनाने में 22 कैरेट का इस्तेमाल
आभूषण बनाने के लिए ज्यादातर 22 कैरेट सोने का ही इस्तेमाल होता है। कुछ लोग 18 कैरेट सोने का भी इस्तेमाल करते हैं। आभूषण पर कैरेट के हिसाब से हॉल मार्क बना होता है। 24 कैरेट सोने के आभूषण पर 999 लिखा होता है, जबकि 23 कैरेट पर 958, 22 कैरेट पर 916, 21 कैरेट पर 875 और 18 कैरेट पर 750 लिखा होता है।
वायदा बाजार में गिरावट के कारण पिछले सात दिनों में चांदी के भाव 4600 रुपए तक टूट गए। सावों की मांग के बावजूद चांदी 68,000 के नीचे 67,500 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
आभूषण बनाने में 22 कैरेट का इस्तेमाल
आभूषण बनाने के लिए ज्यादातर 22 कैरेट सोने का ही इस्तेमाल होता है। कुछ लोग 18 कैरेट सोने का भी इस्तेमाल करते हैं। आभूषण पर कैरेट के हिसाब से हॉल मार्क बना होता है। 24 कैरेट सोने के आभूषण पर 999 लिखा होता है, जबकि 23 कैरेट पर 958, 22 कैरेट पर 916, 21 कैरेट पर 875 और 18 कैरेट पर 750 लिखा होता है।
सोने का आयात 33.34 फीसदी बढ़ा
देश में सोने का आयात पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में 33.34 फीसदी बढ़कर 46.14 अरब डॉलर पर पहुंच गया। वित्त वर्ष 2020-21 में भारत का सोने का आयात 34.62 अरब डॉलर रहा था। वित्त वर्ष 2021-22 में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात करीब 50 फीसदी बढ़कर 39 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
देश में सोने का आयात पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में 33.34 फीसदी बढ़कर 46.14 अरब डॉलर पर पहुंच गया। वित्त वर्ष 2020-21 में भारत का सोने का आयात 34.62 अरब डॉलर रहा था। वित्त वर्ष 2021-22 में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात करीब 50 फीसदी बढ़कर 39 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
जेम्स और ज्वेलरी का निर्यात 55 फीसदी बढ़ा
जेम्स और ज्वेलरी निर्यात में 2021-22 में तेजी आई है और पिछले वित्त वर्ष की तुलना में यह करीब 55 फीसदी बढ़कर 39.15 अरब डॉलर पर पहुंच गया। रत्न एवं आभूषण का ग्रॉस निर्यात 2020-21 में 25.40 अरब डॉलर रहा।
जेम्स और ज्वेलरी निर्यात में 2021-22 में तेजी आई है और पिछले वित्त वर्ष की तुलना में यह करीब 55 फीसदी बढ़कर 39.15 अरब डॉलर पर पहुंच गया। रत्न एवं आभूषण का ग्रॉस निर्यात 2020-21 में 25.40 अरब डॉलर रहा।