
Rajasthan Assembly: राजस्थान विधानसभा में IIFA अवार्ड 2024 का मुद्दा जोर-शोर से उठा। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार पर आईफा आयोजन में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए कई सवाल दागे। उन्होंने कहा कि सरकार इसे बड़ा आयोजन बताने में जुटी है, लेकिन हकीकत यह है कि इसमें शाहरुख खान के अलावा कोई फर्स्ट ग्रेड का कलाकार नहीं आया।
टीकाराम जूली ने सदन में राजस्थान पत्रिका की खबर की प्रतियां लहराई। उन्होंने कहा कि बॉलीवुड सिंगर सोनू निगम ने आईफा में बुलाए न जाने पर नाराजगी जताई थी। साथ ही उन्होंने आईफा आयोजन पर खर्च हुए 100 करोड़ रुपये पर भी सवाल उठाया और इसे सरकार की प्राथमिकताओं पर बड़ा सवाल बताया।
इस दौरान टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार इसे बड़े फिल्मी सितारों का इवेंट बताकर प्रचार कर रही है, लेकिन हकीकत यह है कि शाहरुख खान के अलावा कोई भी फर्स्ट ग्रेड का कलाकार इसमें शामिल नहीं हुआ। वहीं, जब भाजपा विधायकों ने कहा कि माधुरी दीक्षित भी आईफा में शामिल हुई थीं, तो जूली ने तंज कसते हुए कहा कि माधुरी दीक्षित का दौर अब खत्म हो चुका है। वह बेटा और दिल फिल्म के समय नंबर वन थीं, लेकिन अब वह फर्स्ट ग्रेड कलाकारों की लिस्ट में नहीं आतीं।
उन्होंने आगे कहा कि आईफा के बैनर और पोस्टर में चेहरा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का था, लेकिन मंच पर किसी और का बोलबाला रहा।
टीकाराम जूली ने आईफा के वीआईपी पास को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आईफा के आयोजन के लिए 7 लाख रुपये तक के गोल्डन पास जारी किए गए, लेकिन यह किसे मिले, इसका कोई खुलासा नहीं है। मैं नेता प्रतिपक्ष हूं, लेकिन मुझे या किसी भी विधायक को यह पास देना तो दूर, दिखाए तक नहीं गए।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने कुछ खास लोगों को ही ये पास दिए, जबकि विधानसभा के सदस्यों को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया।
जूली ने बॉलीवुड गायक सोनू निगम को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम में जब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सोनू निगम के गाने के बीच में उठकर चले गए थे, तो सोनू निगम ने इस पर खुलकर नाराजगी जताई थी। जूली ने कहा कि सोनू निगम को आईफा में बुलाया जाना चाहिए था। वह एक बेहतरीन गायक हैं, लेकिन सरकार ने उन्हें नहीं बुलाया और उनके प्रसिद्ध गानों को भी नॉमिनेट नहीं किया गया। क्या सिर्फ इसलिए कि उन्होंने सरकार की एक गलती पर आपत्ति जता दी थी?
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि IIFA का आयोजन भले ही भव्य था, लेकिन उसी दौरान मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र सांगानेर में एक गर्भवती महिला से पुलिस कांस्टेबल द्वारा बलात्कार की खबर आई। यह कितना शर्मनाक है कि सरकार और पुलिस अधिकारी आईफा के मजे ले रहे थे और वहीं दूसरी तरफ एक महिला के साथ अमानवीय घटना हो रही थी।
इस दौरान टीकाराम जूली ने सरकार की बजट प्राथमिकताओं पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार टूरिज्म को बढ़ावा देने के नाम पर आईफा के लिए तुरंत 100 करोड़ रुपये जारी कर देती है, लेकिन खाटू श्याम जी मंदिर के लिए पिछले साल घोषित बजट की राशि आज तक जारी नहीं की गई।
उन्होंने कहा कि यह सरकार की टूरिज्म नीति है कि फिल्मी सितारों के लिए करोड़ों रुपये तुरंत मंजूर कर दिए जाएं, लेकिन धार्मिक स्थलों के विकास के लिए बजट रोका जाए?
Published on:
12 Mar 2025 05:10 pm
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