स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स का उद्देश्य सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ऑन आर्ट्स एंड डिजिटल इमर्शन की स्थापना के साथ इस तरह के फ्यूचरिस्टिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है। केंद्र कला और डिजिटल प्रौद्योगिकी के प्रतिच्छेदन का पता लगाएगा और कला और कलाकारों को बढ़ावा देने के सामान्य उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित शिक्षाविदों, कलाकारों और शोधकर्ताओं को एक साथ लाएगा।
कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान के निदेशक डॉ. शांतनु चौधरी के स्वागत भाषण से हुई। प्रो. चौधरी ने अपने भाषण में डिजिटल टेक्नोलॉजी के माध्यम से कला के संरक्षण और जन-जन तक पहुंचाने की बात पर बल दिया। उपनिदेशक प्रो. एस.आर वदेरा ने भी अपनी बात रखी।
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के बारे में दी जानकारी
स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट्स की आचार्य डॉ. चंदा चक्रबर्ती ने अपने सम्बोधन में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के बारे में बताया। यह केंद्र आगे जाकर कला विश्लेषण सामाजिक इतिहास और नए कला रूपों के समाजशास्त्रीय विश्लेषण पर भी ध्यान देगा। यह कलाकारों के लिए उनकी आजीविका और बौद्धिक संपदा अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए भी एक मंच के रूप में काम करेगा। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर में कला एवं डिजिटल इमर्शन उत्कृष्टता केंद्र का उद्घाटन