अवैध निर्माणकर्ताओं को कई विकास समितियों के लोगों ने रोकने की कोशिश की, लेकिन जेडीए प्रवर्तन शाखा और बिल्डर-निर्माणकर्ताओं का गठजोड़ ऐसा था कि किसी की नहीं चली। मौजूदा समय में 30 फुट की कई सडक़ों पर दोनों ओर तीन-चार मंजिला फ्लैट्स बने हुए हैं। पृथ्वीराज नगर की कॉलोनियों में सबसे बुरा हाल है। इसके अलावा जगतपुरा, सांगानेर, मुहाना मंडी और आगरा रोड पर भी अवैध तरीके से तीन-चार मंजिला इमारतों का निर्माण हो रहा है।
सितम्बर में प्रवर्तन शाखा से सख्ती दिखाई और कई तीन मंजिला फ्लैट्स सीज किए, लेकिन इसके बाद जेडीए ने कार्रवाई धीमी कर दी। इधर, बिल्डर और निर्माणकर्ताओं ने जो वादे जेडीए से किए थे, उनमें से एक को भी पूरा नहीं किया। अब तक न तो जेडीए को अवैध निर्माण की सूची दी गई और न ही गलत बनाए गए निर्माणों को तोड़ा गया। जेडीए ने भी अवैध निर्माणों की सूची अपनी वेबसाइट पर अपलोड करने की बात कही थी, लेकिन दो महीने से अधिक का समय होने के बाद भी जेडीए ने सूची नहीं ली।
महावीर नगर में दो माह में पहले जिस निर्माण को पहले जेडीए की प्रवर्तन शाखा ने अवैध मानते हुए ढहा दिया था। उस स्थान को भरने का काम शुरू हो गया है। बांस बल्ली लगाकर नजर बचाकर निर्माण शुरू कर दिया है।