अजमेर। रोक के बावजूद बजरी का धड़ल्ले से हो रहे अवैध खनन पर सोमवार सुबह गेगल थाना पुलिस ने कार्रवाई की। कार्रवाई में बजरी से भरे पांच डम्पर पकड़े। पुलिस ने चालकों को बिना परमिट व लीज के बजरी परिवहन का मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने मामले में खनन विभाग को सूचना दे दी। थानाधिकारी राजेन्द्र सिंह कमांडों ने बताया कि एसपी कुंवर राष्ट्रदीप के आदेश पर अवैध बजरी खनन पर कार्रवाई करते हुए सोमवार सुबह नागौर और अजमेर जिले की सीमा खुण्डियावास और बबाइचा गांव में बजरी से भरे 5 डम्पर पकड़े। पांचों डम्पर बजरी से ओवर लोडेड थे। पुलिस ने डम्पर के चालकों को हिरासत में लिया है। कमांडों ने बताया कि एसपी कुंवर राष्ट्रदीप के आदेश पर लगातार अवैध खनन पर कार्रवाई की जाती रही है। आगामी दिनों में भी कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई में आई तेजी अजमेर रेंज के टोंक जिले में पीपलू थानाधिकारी विजेन्द्रसिंह गिल समेत करीब आधा दर्जन पुलिस थानों के बजरी के अवैध खनन में वसूली का खेल उजागर होने के बाद से पुलिस प्रशासन में हड़कम्प मचा हुआ है। एसपी के आदेश पर जहां रविवार सुबह क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस ने पांच वाहनों को अवैध बजरी के साथ पकड़ा था। वहीं सोमवार को गेगल थाना पुलिस ने कार्रवाई की।
भांकरोटा थाने इलाके का मामला
भांकरोटा थाना/ सिंवारमोड़। जयपुर के सिरसी रोड के बिंदायका गांव के बालाजी सिटी में रविवार को अवैध बजरी से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गयी। ट्रैक्टर चालक ने कूदकर जान बचायी। हादसे के वक्त इधर से गुजर रहे कार सवार लोग बालबाल बचे गये। गनीमत रही कि ट्रॉली कार पर नहीं पलटी वरना बड़ा हादसा हो सकता था। हादसे के बाद ट्रैक्टर-ट्रोली चालक मौके से भाग छूटा।
साथ ही बूंदी के रोटेदा में राष्ट्रीय चम्बल घड़ियाल अभ्यारण में बजरी खनन पर रोक के बावजूद भी अवैध बजरी की निकासी थमने का नाम नही ले रही है। भूमाफियाओं के इस कदर हौसले बुलंद है कि घड़ियाल क्षेत्र की निगरानी के लिए तैनात वन कर्मी चौकी में सोते रहे और भूमाफिया जेसीबी से खनन कर सेकड़ो ट्रॉली बजरी ले उड़े। मामला क्षेत्र के डोलर गांव के समीप निकल रही चम्बल नदी का है। यूं तो यहां एक या दो ट्रॉली बजरी आये दिन निकलती है। परन्तु शुक्रवार रात्रि को एक साथ सैकड़ों ट्रॉली बजरी परिवहन होने से वन्य जीव प्रेमियों ने रोष जताया। ग्रामीण घनश्याम, राजमल, हंसराज ने बताया कि शुक्रवार को भूमाफियाओं द्वारा घड़ियाल क्षेत्र में जेसीबी से करीब डेढ़ दर्जन टेक्टरों से सैकड़ों ट्रॉलियों बजरी का परिवहन किया गया। वहीं गांव में वन विभाग की दो चौकियां बनी हुई हैं। फिर भी यहां खनन का खेल जारी है। चम्बल घड़ियाल में रोक के बाद भी बजरी का अवैध खनन हो रहा है, जबकि घड़ियाल संरक्षित क्षेत्र होने के कारण यहां वन विभाग व पुलिस की चौकी स्थापित है।
उधर, जोधपुर में रिश्वत मामले में बदनामी का दाग साफ करने के लिए पुलिस कमिश्नर की ओर से स्पेशल टीम गठित करने के बाद भी बजरी माफिया काबू में नहीं आ रहे हैं। पुलिस ने रविवार रात 11.30 बजे बनाड़ रोड पर बजरी से भरे एक डम्पर का पीछा किया तो वह पुलिस की चेतक को टक्कर मारने के बाद बिजली को पोल नीचे गिराकर भगाने लगा। चालक शहर के बीच से दौड़ाता हुआ डम्पर को अमृतादेवी सर्किल व खेमे का कुआं के पास तक ले गया और इस बीच कई वाहनों को चपेट में ले लिया।
चौहाबो थाने के सामने पुलिस जीप व नाकाबंदी के रखे बैरियर को टक्कर मारने से एक एएसआइ घायल हो गया। केशव नगर की गलियों रास्ता बंद होने डम्पर व दो युवक पुलिस की पकड़ में आ गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बजरी से भरा डम्पर सारण नगर नाका से शहर में घुसा। पुलिस के पीछा करने पर चालक ने डम्पर दौड़ाया और डिगाड़ी ले गया, जहां से वह शिकारगढ़ रोड आ पहुंचा। उसको पकडऩे के लिए नाकाबंदी करा दी गई। इसके बावजूद चालक शिकारगढ़ से डिफेंस लैब की तरफ भगाने लगा। डिफेंस लैब रोड पर चालक ने तेज रफ्तार के बाद भी लिफ्ट ऊपर कर बजरी खाली करने लगा। ऊंचाई अधिक होने से डम्पर की बॉडी बिजली के तार में उलझ गई। बिजली का एक पोल उखड़कर नीचे आ गिरा। पास ही बैठे रितिक व कुणाल भाटी पर जा गिरा। दोनों घायल हो गए। गंभीर चोट के कारण कुणाल को अस्पताल ले जाया गया।