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यहां चकाचौंध भरे माहौल के बीच हुक्का गुडग़ुड़ाती है लड़कियां, रेस्टोरेंट और होटल की आड़ में होता है ऐसा गंदा कारोबार

locationजयपुरPublished: Oct 12, 2017 03:04:57 pm

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dinesh

पॉश इलाकों में रेस्टोरेंट और होटल की आड़ में पिला रहे हुक्का…

hookah bar
स्टिंग न्यूज: जया गुप्ता/विजय शर्मा
फोटो: दीपक सैनी

जयपुर। समाज के लिए चिन्ता बढ़ाने वाली खबर है। राजधानी में कुछ लोग पैसों के लिए देश के भविष्य को नशे के गर्त में धकेल रहे हैं। रोक के बावजूद अवैध हुक्का बार चला रहे हैं और वहां चकाचौंध भरा माहौल देकर किशोर-किशोरियों को गुमराह कर रहे हैं। अपनी जेबें भरने के लिए उन्हें हुक्के की लत लगा रहे हैं। नशे के इस अवैध कारोबार की राजस्थान पत्रिका ने बुधवार को पड़ताल की तो यह हकीकत सामने आई।
ऐसा माजरा, देखकर सन्न रह जाएं आप
टीम सबसे पहले शहर के पॉश इलाके राजापार्क में एक रेस्टोरेंट में पहुंची। तब दोपहर के लगभग 1 बजे थे। रेस्टोरेंट में लम्बी-चौड़ी जगह पर हुक्का पिलाया जा रहा था। अंधेरे में जितने भी लडक़े-लड़कियां बैठकर हुक्का पी रहे थे, उनकी उम्र लगभग 14 से 19 साल थी। खाना-पीना भी वहीं परोसा जा रहा था, जबकि रेस्टोरेंट वाला हिस्सा सूना पड़ा था।
hookah bar
 

डेढ़ घंटे में 30 आए
किशोर-किशोरियां केवल हुक्का पीने आ रहे थे। इस अवधि में लगभग 25-30 लडक़े-लड़कियां हुक्का पीने पहुंचे। रेस्टोरेंट की तरह हुक्का जोन में भी वेटर आया और फ्लेवर पूछकर गया। 15 मिनट बाद वेटर हुक्के परोस गया।
ये हैं नियम और यूं उड़ा रहे धज्जियां
– रेस्टोरेंट में स्मोकिंग जोन में खाना नहीं परोसा जा सकता।
– स्मोकिंग जोन में हुक्के के साथ खाना-पानी दिया जा रहा है।

– स्मोकिंग जोन छोटा सा हो, जिसमें एक बार में केवल एक व्यक्ति जाए।
– हुक्का बारों में लम्बी-चौड़ी जगह या पूरा हॉल स्मोकिंग जोन के रूप में काम में लिया जा रहा है। इनमें समूह में लोग हुक्का पीते हैं।
– 18 वर्ष से कम आयु का व्यक्ति न हुक्का पी सकता है और न पिला सकता है।
– इन बारों में हुक्का पीने वालों में 90 फीसदी से अधिक किशोर आयु के हैं।
– धूम्रपान करने वाला व्यक्ति दूसरे लोगों को नहीं दिखना चाहिए।
– हॉल में सभी लोग दिख रहे थे।
(कोटपा अधिनियम 2003 धूम्रपान का प्रतिषेध और अधूम्रपायी व्यक्तियों के स्वास्थ्य का संरक्षण अधिनियम 1999, सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान निषेध अधिनियम के अनुसार)
धकेल रहे अंधेरे कुएं में
नए-नए फ्लेवर का आकर्षण देकर लड़कियों को सप्ताह में विशेष दिन मुफ्त में हुक्का पिलाने जैसे ऑफर परोसकर नए ग्राहक लाने पर छूट या कमीशन का लालच देकर।

अनदेखी ऐसी महज 300 मीटर दूर है पुलिस थाना
जिस जगह रेस्टोरेंट की आड़ में अवैध हुक्का बार चल रहा है, वहां से जवाहरनगर थाना महज 300 मीटर दूर है। हालांकि यह क्षेत्र आदर्शनगर थाने का है। यहां देर रात तक किशोर-किशोरियों को फ्लेवर्ड हुक्के पिलाए जाते हैं लेकिन पुलिस ने ठोस कार्रवाई की हिम्मत नहीं दिखाई।
शहर में कई जगह हैं ऐसे अवैध बार
राजस्थान पत्रिका की पड़ताल में सामने आया कि ऐसे अंधेरे कुएं शहर में कई स्थानों पर चल रहे हैं। ज्यादातर पॉश इलाकों में कहीं रेस्टोरेंट तो कहीं होटल में बेरोकटोक हुक्का बार चल रहे हैं, जहां टीएनएजर्स को सुबह 11 बजे से देर रात तक हुक्के पिलाकर नशे की लत लगाई जा रही है।
– हुक्का बारों पर कई बार कार्रवाई की गई लेकिन लगाम नहीं लग पा रही है। हालांकि यह मेरे स्तर की कार्रवाई नहीं है, संबंधित थाने को सूचना दी जाएगी।
कुंवर राष्ट्रदीप, डीसीपी

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