भटवाड़ा हादसे के बाद सोमवार को ग्रामीण इलाकों में पड़ताल की तो हालात में कोई बदलाव नहीं था। रोजाना की तरह पेट्रोल के केन, जरीकेन, बोतलें किराणा की दुकानों के बाहर सजे थे। प्रशासन की कोई हरकत भी नहीं दिखी। नियम कानूनों का खुलेआम मखौल उड़ रहा है। जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग हो या फिर राज्य एवं जिला मुख्यालय से जुड़े छोटे-बड़े कस्बों के सडक़ मार्ग, इनके आसपास की आबादी में पेट्रोल की अवैध बिक्री और भंडारण आसानी से देखा जा सकता है। बकायदा इनकी नुमाइश की जाती है। कई जगह घर के हिस्से में ही किराणा की दुकानें हैं।
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घर- दुकान में ही पेट्रोल का भंडारण हो रहा है, जहां पूरे परिवार पर ही खतरा मंडराता दिखता है। एक चिंगारी पूरे परिवार को खाक कर सकती है। इन दुकानों पर महंगे दामों में पेट्रोल मिलने के बावजूद ग्राहक भी उसे इस मजबूरी में खरीद रहे हैं। इलाके में दूर दूर स्थित पेट्रोल पंप तक पहुंच न हो पाने के कारण भी यह अवैध कारोबार पनप रहा है और अपने पैर जमाए हुए है। कई बार सडक़ मार्गों के आसपास स्थित दुकानों, घरों में पेट्रोल बिक्री के लिए उपलब्ध है, इसके संकेत देने के लिए दुकानदार दुकान या घर के बाहर पेप्सी की बोतल में सेम्पल के तौर पर भी पेट्रोल भरकर रख देते हैं।
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आपको बता दें कि खमेरा थाना क्षेत्र के भटवाड़ा गांव के घर में रविवार को पेट्रोल केन विस्फोट होने से पिता व पुत्री की मौत हो गई तथा पत्नी गंभीर झुलस गई। इससे पहले भी गत दिनों बरोड़ा के समीप पेट्रोल पंप से पेट्रोल खरीद कर एक युवक ने स्वयं को जिंदा जला लिया था। पुलिस अधिकारियों ने जिंदा जले युवक को पंप के सीसीटीवी फुटेज में भी देखा था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। हालांकि भटवाड़ा में पेट्रोल से पिता-पुत्री के जिंदा जल जाने की घटना के बाद कलक्टर आशीष गुप्ता के निर्देश पर जिला रसद विभाग ने खुले पात्र में डीजल-पेट्रोल की बिक्री पर रोक लगाई है।
आपको बता दें कि खमेरा थाना क्षेत्र के भटवाड़ा गांव के घर में रविवार को पेट्रोल केन विस्फोट होने से पिता व पुत्री की मौत हो गई तथा पत्नी गंभीर झुलस गई। इससे पहले भी गत दिनों बरोड़ा के समीप पेट्रोल पंप से पेट्रोल खरीद कर एक युवक ने स्वयं को जिंदा जला लिया था। पुलिस अधिकारियों ने जिंदा जले युवक को पंप के सीसीटीवी फुटेज में भी देखा था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। हालांकि भटवाड़ा में पेट्रोल से पिता-पुत्री के जिंदा जल जाने की घटना के बाद कलक्टर आशीष गुप्ता के निर्देश पर जिला रसद विभाग ने खुले पात्र में डीजल-पेट्रोल की बिक्री पर रोक लगाई है।
READ MORE : राजस्थान में मानसून की धमाकेदार एंट्री के बाद 6 जिलों में रेड अलर्ट, यहां दो की मौत कलक्ट्रेट सभागार में जिले के पेट्रोल पंप संचालकों की बैठक में वाहन के टेंक के अलावा खुले पात्र में डीजल-पेट्रोल नहीं देने के निर्देश दिए। इसके साथ इसके बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए पंप पर फ्लेक्स लगाने के भी निर्देश दिए। अवैध रूप से डीजल-पेट्रोल विक्रय पर रोक लगाने एवं दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए कलक्टर ने एक दल गठित किया है। इस दल में संबंधित क्षेत्र का एसडीओ, तहसीलदार, प्रवर्तन अधिकारी, प्रवर्तन निरीक्षक एवं संबंधित थाना अधिकारियों को शामिल किया है।