राजस्थान: अवैध खनन पर फिर गरमाई सियासत, BJP ‘हमलावर’, निशाने पर गहलोत सरकार
प्रदेश में फिर उठा अवैध खनन का मुद्दा, भाजपा के निशाने पर गहलोत सरकार , पूनिया-राठौड़ ने सरकार की कार्यशैली पर उठाये सवाल, सरकार पर बजरी माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप, सवाई माधोपुर में कल दिखी है बजरी माफियाओं की दबंगई, पुलिस-प्रशासन की टीम पर हमला, एसडीएम हुए चोटिल

जयपुर।
प्रदेश में एक बार फिर अवैध बजरी खनन और बजरी माफियाओं की दबंगई का मामला गरमा गया है। राज्य में लगातार सामने आ रहे अवैध बजरी से जुड़े मामलों को लेकर भाजपा भी हमलावर हो गई है। सवाई माधोपुर में कल हुए एक ताज़ा घटनाक्रम का हवाला देते हुए भाजपा नेताओं ने सरकार की कायशैली पर सवाल उठाते हुए निशाना साधा है।
गौरतलब है कि सवाई माधोपुर के बौली उपखंड क्षेत्र में कल अवैध बजरी खनन की शिकायत पर कार्रवाई करने पहुंची पुलिस-प्रशासन पर बजरी माफियाओं ने हमला किया था। इस हमले में बौली एसडीएम चोटिल हुए हैं।
मुख्यमंत्री के संरक्षण में हो रहा अवैध कारोबार: पूनिया
सवाई माधोपुर में गुरुवार को हुए घटनाक्रम के बाद विपक्ष में बैठी भाजपा एक बार फिर सरकार पर हमलावर हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने सीधे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को निशाने पर लिया। पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विपक्ष में रहते हुए इस अवैध कारोबार पर बहुत कड़े तरीके से प्रहार किये थे, पर दुर्भाग्य है कि अब उन्हीं के संरक्षण में बजरी का अवैध खनन हो रहा है और कानून व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है।
माफियाओं में क़ानून का भय नहीं: राठौड़
विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि बेखौफ बजरी माफियाओं द्वारा बौंली एसडीएम व पुलिस पर हमले की घटना प्रमाण है कि आतंक का पर्याय बन चुके इन माफियाओं में कानून व्यवस्था का कोई भय नहीं है। बजरी माफियाओं के धंधे में बाधक बनने वालों पर ये जानलेवा हमला करने से नहीं चूक रहे है वहीं प्रशासन भी लाचार दिख रहा है।
राठौड़ ने कहा कि बजरी माफियाओं के ऐसे दुस्साहस की ये घटना पहली नहीं है। इससे पूर्व में भी कई बार पुलिस व अन्य अधिकारियों के साथ हमले की घटनाएं हो चुकी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बेखौफ बजरी माफिया प्रशासन की नाक के नीचे अवैध खनन करते हैं लेकिन पुलिस-प्रशासन चुप्पी साधे रहता है।
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