इधर, विधानसभा चुनाव से पहले सुरक्षा को लेकर पुलिस की सभी एजेंसियां भी सक्रिय हो चली हैं। इसी क्रम में एसओजी की टीम ने दौसा से हथियार तस्कर को दबोचा है। उसके पास से सात देसी पिस्टल और पांच बैरल बरामद हुए हैं। आरोपी से पूछताछ की तो पता चला कि सरगना भरतपुर के भुसावर में रहने वाला अशोक है और वह भुसावर में फैक्ट्री चला रहा है। परिवार के बारह से ज्यादा लोग फैक्ट्री में काम करते हैं और दिन रात हथियार बनाते हैं। अब एसओजी की टीम अशोक और परिवार के अन्य सदस्यों के पीछे है, आज इस मामले में और खुलासे हो सकते हैं।
कच्चा माल महंगा मिलने लगा तो असेंबल करने लगा हथियार
एसओजी अफसरों ने बताया कि अशोक सालों से भुसावर में अवैध हथियार बनाने का काम करता है। स्थानीय पुलिस ने उसके खिलाफ कई बार कार्रवाई भी की लेकिन वह हर बार बच निकलता है। अशोक कुछ समय पहले तक देसी कट्टा और देसी राईफल कच्चा माल लगाकर घर पर ही तैयार करता था। लेकिन जब कच्चा माल महंगा होने लगा तो उसने एमपी से हथियारों के पार्ट्स मंगाना शुरु कर दिया और उसके बाद हथियारों को असेंबल कर बेचने लगा।
20 हजार का कट्टा, 25 की राईफल
एसओजी अफसरों ने बताया कि भुसावर में चल रही फैक्ट्री में वैसे तो देसी हथियार तैयार होते हैं, लेकिन इनकी क्वालिटी बहुत बेहतर है। यही कारण है कि करीब बीस हजार रुपए की कीमत में यहां देसी कट्टा तैयार हो जाता है और पच्चीस हजार में राईफल बिकती है। इसके बाद शहर या प्रदेश के अन्य तस्कर इन हथियारों में पांच से पंद्रह हजार रुपए ज्यादा लेकर इनकी तस्करी करते हैं।
अजीत सिर्फ एक तस्कर, अजीत जैसे सैंकड़ों
एसओजी ने दौसा से जिस अजीत गुर्जर को दबोचा है वह भरतपुर के पहाड़ी का ही रहने वाला है। एसओजी का कहना है कि अजीत सिर्फ एक तस्कर है उस जैसे सैंकड़ों तस्कर हैं जिनको अशोक माल देता है। अजीत के पास से पुलिस ने 12 हथियार बरामद किए है। जिसको उसने रणधीरपुर के सप्लायर से करीब दो लाख रुपए में खरीदे थे और आगे सप्लाई करने वाला था। पूछताछ में अजीत ने बताया कि उसने एक माह पहले इसी तरह के हथियार भरतपुर इलाके में बरेली गांव में तथा दौसा में सप्लाई किए है। पुलिस अब उन लोगों के बारे में जानकारी ले रही है, जिनको हथियार बेचे हैं। पुलिस सरगना की तलाश कर रही है।