मिश्रा ने कहा कि किसी भी प्रदेश में माफिया तभी पैदा होते हैं जब सरकार का संरक्षण हासिल होता है। कांग्रेस व बीजेपी की सरकारों ने राजस्थान में माइनिंग माफिया पनपाये। आज नोबत यह आ गयी कि जमीन से पहाड़ के पहाड़ गायब हो गए हैं। भूल से भी पुलिस कारवाई के लिए मौके पर पहुंच जाती है तो ये माफिया पुलिस पर आक्रमण करने से भी नहीं चूकते।
विनय मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आज यह सार्वजनिक बयान पढ़ कर आश्चर्य हुआ जिसमें उन्होंने खनन माफिया की सूची तैयार करने को कहा है। पूरा राजस्थान जानता है कि आप तीसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं। हर बार माइनिंग विभाग मुख्यमंत्री की देखरेख में रहा है। विभाग के पास वैध और अवैध खनन करने वालों की पुख्ता सूची होती है, जिसके जरिये चुनावों के वक्त वसूली की जाती है। राजस्थान में एक साल की अवधि में कम से कम 5000 करोड़ से भी ज्यादा की माइनिंग की चोरी हो जाती है।
उधर वसुंधरा राजे और बीजेपी के नेता भी इस लूट के बिजनेस में न केवल राजदार हैं बल्कि हिस्सेदार भी हैं। इसलिए भरतपुर में बीजेपी के नेता सीधे कार्रवाई की बजाय साधु संतों के माध्यम से कांग्रेस सरकार पर हमलावर हैं। अगर हिम्मत है और राजस्थान से प्रेम है तो वसुंधरा राजे को राजस्थान माइनिंग लूट की पोल खोल देनी चाहिए।
मिश्रा ने कहा कि राजस्थान में प्राकृतिक संसाधनों की खुली लूट को केवल ईमानदार सरकार ही रोक सकती है। राजस्थान की जनता चिंता ना करे। अरविंद केजरीवाल राजस्थान में भी एक ईमानदार विकल्प लेकर आ रहे हैं। आप संगठन विस्तार का काम शुरू कर चुकी है। 2023 में भ्र्ष्टाचार मुक्त सरकार भी बनाएंगे।