scriptKartik Purnima 2020 शिव के साथ विष्णु पूजा का दिन, कृपा प्राप्ति के लिए यह है सबसे अच्छा मुहूर्त | Imporance Of Kartik Purnima Significance Of Baikuntha chaturdashi | Patrika News

Kartik Purnima 2020 शिव के साथ विष्णु पूजा का दिन, कृपा प्राप्ति के लिए यह है सबसे अच्छा मुहूर्त

locationजयपुरPublished: Nov 29, 2020 10:03:33 am

Submitted by:

deepak deewan

29 नवंबर को कार्तिक मास की उदया तिथि चतुर्दशी है। ये तिथि मध्यान्ह करीब 12.10 बजे तक रहेगी, इसके बाद पूर्णिमा तिथि लग जाएगी। इस तरह एक ही दिन दो अहम तिथियां हैं जिससे रविवार का महत्व बढ गया है। कार्तिक मास की चतुर्दशी को जहां बैकुंठ चतुर्दशी मनाई जाती है वहीं पूर्णिमा पर स्नान—दान का महत्व रहता है।

Imporance Of Kartika Purnima Significance Of Baikuntha chaturdashi

Imporance Of Kartika Purnima Significance Of Baikuntha chaturdashi

जयपुर. 29 नवंबर को कार्तिक मास की उदया तिथि चतुर्दशी है। ये तिथि मध्यान्ह करीब 12.10 बजे तक रहेगी, इसके बाद पूर्णिमा तिथि लग जाएगी। इस तरह एक ही दिन दो अहम तिथियां हैं जिससे रविवार का महत्व बढ गया है। कार्तिक मास की चतुर्दशी को जहां बैकुंठ चतुर्दशी मनाई जाती है वहीं पूर्णिमा पर स्नान—दान का महत्व रहता है।
ज्योतिषाचार्य पंडित सोमेश परसाई के अनुसार चार माह के शयन के बाद कार्तिक शुक्ल एकादशी पर विष्णुजी जागते हैं पर वे सृष्टि का संचालन बैकुंठ चतुर्दशी के दिन से ही शुरू करते हैं। मान्यता है कि इस तिथि पर ही चातुर्मास में संचालन कर रहे शिवजी भगवान विष्णु को सृष्टि का भार फिर सौंपते हैं। इस दिन शिवजी के साथ भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए।
पंचांग भेद के कारण रविवार को कार्तिक पूर्णिमा भी मनाई जा रही है। इसे देव दीपावली, त्रिपुर पूर्णिमा या त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन दान-पुण्य, पूजा—पाठ का कई गुना पुण्य फल प्राप्त होता है। कार्तिक पूर्णिमा पर शाम को नदी में दीपदान करने का महत्व है। इस दिन सत्यनारायण भगवान की व्रत कथा का आयोजन किया जाता है।
ज्योतिषाचार्य पंडित नरेेंद्र नागर बताते हैं कि पूर्णिमा स्नान सोमवार सुबह यानि 30 नवंबर को ही किए जाने चाहिए, रविवार को शाम या रात को दीपदान, पूजा—पाठ करना चाहिए। रविवार को विष्णुजी को केसर, चंदन, पीले वस्त्र, पीले फूल चढ़ाएं। शिव अभिषेक कर बिल्वपत्र अर्पित करें। दीपक जलाकर आरती करें। विष्णुजी और शिवजी के मंत्रों का जाप करें।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो