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Goverdhan Puja 2020: जानें गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त, व्रत कथा और महत्व

locationजयपुरPublished: Nov 15, 2020 09:00:00 am

Submitted by:

deepak deewan

कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा पर गोवर्धन पूजा पर्व मनाया जाता है। इस पर्व की कथा श्रीकृष्ण से जुड़ी हुई है। श्रीकृष्ण ने द्वापर युग में गोवर्धन नामक पर्वत की पूजा की परंपरा शुरू की थी।

Importance Of Govardhan Pooja Govardhan Pooja Festival Significance

Importance Of Govardhan Pooja Govardhan Pooja Festival Significance

जयपुर. कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा पर गोवर्धन पूजा पर्व मनाया जाता है। इस पर्व की कथा श्रीकृष्ण से जुड़ी हुई है। श्रीकृष्ण ने द्वापर युग में गोवर्धन नामक पर्वत की पूजा की परंपरा शुरू की थी। दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा के साथ ही अन्नकूट का पर्व भी मनाया जाता है। गोवर्धन पूजा के द‍िन तेल मालिश कर स्नान करने की भी परंपरा है।

पूजा के लिए गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत की पुरुषाकृति बनाई जाती है। प्रतीक रूप में गोवर्धन तैयार कर वहां भगवान श्रीकृष्ण का विग्रह रखकर पूजा करें। इस दिन गायों को सजाने की भी परंपरा है। इस दिन गाय के सींग पर घी लगाने और उनकी आरती उतारकर गाय को गुड़ खिलाने से लक्ष्मीजी प्रसन्न होती हैं।

कथा : द्वापर युग में श्रीकृष्ण ने देवराज इंद्र की पूजा करने की बजाए लोगों को गोवर्धन पर्वत की पूजा के लिए प्रेरित किया। इससे इंद्र गुस्सा हो गए और उन्होंने वृंदावन क्षेत्र में भयंकर बारिश करा दी जिससे बर्बादी होने लगी। तब श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठाकर बाढ से लोगों की रक्षा की। तभी से यह पर्व मनाने की परंपरा शुरू हुई।

मुहूर्त -ज्योतिषाचार्य पंडित सोमेश परसाई बताते हैं कि इस बार 15 नवंबर को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन उदया तिथि अमावस्या सुबह 10 बजकर 36 मिनट तक रहेगी। इसके बाद प्रतिपदा तिथि प्रारंभ हो जाएगी। आज अपरान्ह 03.19 बजे से शाम 05 .27 म‍िनट तक गोवर्धन पूजा का मुहूर्त रहेगा।

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