-एक भारत-श्रेष्ठ भारत का संकल्प पूरा मोदी और शाह ने लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के एक भारत श्रेष्ठ भारत तथा श्याम प्रसाद मुखर्जी जी के सपने को पूरा करने का कार्य किया है। पहले जम्मू-कश्मीर में अलग संविधान, अलग ध्वज का चलन था जो कहीं न कहीं उसे भारत से पृथक बनाया करता था, लेकिन इस धारा को हटाकर एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प पूरा किया है।
-विकास की जगह हो रहा था अलगाववाद सिन्हा ने कहा कि धारा 370 की वजह से जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख का विकास ठीक ढंग से नहीं हो रहा था। जम्मू- कश्मीर में ही धाराओं की वजह से विकास की जगह अलगाववाद, आतंक और परिवारवाद ने ले लिया था। जिस वजह से अब तक जम्मू-कश्मीर में 42 हजार से अधिक निर्दोष लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। दोनों धाराओं के समाप्त होने से जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख के लोगों का वर्तमान एवं भविष्य सुरक्षित होगा।
-संघ नेता बोले…भारत और आरएसएस एक दूसरे के पर्याय गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने संबोधन में करीब १०-१२ बार आरएसएस का नाम लिया था। पीएम खान के इस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आरएसएस के वरिष्ठ नेता गोपालकृष्ण शर्मा ने कहा कि भारत और आरएसएस अब एक दूसरे के पर्याय बन चुके हैं। हम भी यही चाहते थे कि दुनिया भारत और आरएसएस को एक ही समझे। संघ की ओर से बिना कुछ किए ही पीएम इमरान खान का आरएसएस का बार-बार नाम लेना हमारे लिए अच्छा ही है।