केस इन्वेस्टिगेशन की बात करें तो पुलिस के सामने भी चुनौतियां कम नहीं होती है। क्योंकि बदमाश विदेशी नंबरों से व्हाट्सएप कॉल करते है। जब पुलिस जांच करती है तो नंबर कनाडा, स्पेन, यूके या अन्य किसी देश का होता है। जिस तरीके से भारत में एयरटेल, जियो व अन्य नेटवर्क कंपनियां है। उस तरीके से अन्य देशों में भी टेलिकॉम की नेटवर्क कंपनियां होती है। जहां से संबंधित कंपनी से उक्त नंबर का डाटा लेना पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। इसी बात का फायदा बदमाश उठाते है।
भारत में 50 से ज्यादा ऐसे एप्स है। जिन्हे मोबाइल में डाउनलोड कर पहले उनका निर्धारित पेमेंट किया जाता है। फिर बाहरी देश के नंबर से किसी भी व्यक्ति को व्हाट्सएप कॉल किया जा सकता है। इनमें मुख्य तौर पर न्यूमेरो ई सिम, फेनीटेल, डेन्ट, ई सिम ग्लोबल, हूम ई सिम एप, वर्चुअल सिम, बीएनई सिम जैसे कई एप्स है।
कई बार लोगों के फोन पर विदेश से कॉल आती है। पाकिस्तान, नेपाल और दूसरे देशों के सिम कार्ड भारत में लाकर ठगी करने करने वाले आपके नंबर पर मैसेज या कॉल करके बैंक आदि से जुड़ी जानकारियां हासिल करते हैं। फेक कॉल करने वालों पर नकेल कसने के लिए ट्राई का टोल फ्री नंबर भी है। ट्राई के टोल फ्री नंबर 1800110420 पर कॉल करके शिकायत कर सकते है।
RBI की ओर से समय-समय पर ऐसी कॉल को लेकर जागरुकता अभियान चलाया जाता है। आपके बैंक खाते की किसी जानकारी के लिए आपको कॉल नहीं करता। ऐसी कोई कॉल आए तो आरबीआई की ओर से एसएमएस और फर्जी कॉल की शिकायत के लिए नंबर भी जारी किया गया है। जिस पर कॉल करके आप शिकायत भी कर सकते हैं। इस तरह की किसी भी समस्या के लिए 8691960000 पर मिस्ड कॉल कर सकते हैं। इस नंबर कॉल के बाद आपके पास कॉल आएगी जो ऐसे मामलों की अधिक जानकारी देगा। इसके साथ ही आरबीआई की वेबसाइट पर भी जाकर शिकायत कर सकते हैं।
फर्जी कॉल, मैसेज के जरिए देश में हो रहे ऑनलाइन फर्जीवाड़े पर सरकार भी सख्ती के मूड में है। जामताड़ा और हरियाणा के मेवात इलाके से होने वाली धोखाधड़ी पर सरकार सख्त है। दूर संचार मंत्रालय ने देश में डिजिटल तरीकों से लेन देन में धोखाधड़ी करने वालों पर नकेल कसने के लिए डिजिटल इंटेलिजेंस यूनिट गठन करने का फैसला किया है। यह यूनिट लोकल पुलिस, बैंक और सर्विस प्रोवाइडर एजेंसियों के साथ मिलकर कॉल या मैसेज कर रहे लोगों पर शिकंजा कसेगी।