प्रावधान – इलाके की आरक्षित दर व 15 प्रतिशत अतिरिक्त या फिर डीएलसी दर व 20 प्रतिशत अतिरिक्त दर पर भूमि आवंटित हो सकेगी।
जमीन की लागत – केन्द्रीय विभाग को 2000 वर्गमीटर जमीन चाहिए। संबंधित इलाके की आरक्षित दर 15000 रुपए प्रति वर्गमीटर है और 15 प्रतिशत अतिरिक्त दर भी जोड़ी जाएगी यानि 2250 रुपए अलग से। इस तरह कुल दर 17250 रुपए प्रति वर्गमीटर हो गई। इस तरह 500 वर्गमीटर जमीन 3.45 करोड़ रुपए की होगी।
अंतर – केवल आरक्षित दर पर ही गणना की जाती तो जमीन 3 करोड़ रुपए मिलती। 45 लाख रुपए अतिरिक्त देने होंगे।
प्रावधान – इलाके की आरक्षित दर की 150 प्रतिशत व 15 प्रतिशत अतिरिक्त या फिर डीएलसी दर की 150 प्रतिशत व 20 प्रतिशत अतिरिक्त दर पर भूमि आवंटित हो सकेगी।
जमीन की लागत – केन्द्रीय बोर्ड को 900 वर्गमीटर जमीन चाहिए। उस इलाके की आरक्षित दर 12000 रुपए प्रति वर्गमीटर है। लेकिन जमीन आवंटन राशि की गणना आरक्षित दर की 150 प्रतिशत राशि यानि 18000 रुपए (12000 + 6000) और 15 प्रतिशत अलग से यानि 1800 रुपए प्रति वर्गमीटर और जोड़ेंगे। इस तरह कुल आवंटन दर 19800 रुपए (18000 + 1800) प्रति वर्गमीटर हो गई। नौ सौ वर्गमीटर जमीन के लिए करीब 1.78 करोड़ रुपए देने होंगे।
अंतर – केवल आरक्षित दर पर ही गणना की जाती तो जमीन 1 करोड़ 8 लाख रुपए में मिलती। 70 लाख रुपए अतिरिक्त देने होंगे।
(हालांकि, सरकार चाहे तो नि:शुल्क या रियायती दर पर आवंटन भी कर सकती है)