उन्होंने हैदराबाद को राजस्व वसूली में नजीर मानते हुए वहां जाकर नगर निगम की कार्यप्रणाली को देखने के लिए कहा। साथ ही कोलकाता और सूरत भी जाने के लिए कहा। विज्ञापन नीति की समीक्षा के बाद बदलाव पर चर्चा हुई।अधिकारियों को उन्होने खाली पड़ी सरकारी भूमि पर सूची 15 दिन में भेजने के निर्देश दिए। अधिकारियों के बैठक से बाहर आने के बाद चर्चा इसी विषय की रहीं की मेयर की अनुपस्थिति में कभी डिप्टी मेयर ने अधिकारियों की बैठक नहीं बुलाई, लेकिन अचानक बैठक बुलाना समझ नहीं आ रहा।