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नए साल में काम धंधे पकड़ेगे रफ्तार तो मिल पाएगा रोजगार

locationजयपुरPublished: Dec 30, 2020 05:30:06 pm

Submitted by:

Ashish

2020 में कोरोना महामारी ( Corona epidemic in 2020 ) से बचाव की कोशिशों में कई महीनों तक लॉकडाउन ( lockdown ) की स्थिति रही।

In the new year, business will catch pace

नए साल में काम धंधे पकड़ेगे रफ्तार तो मिल पाएगा रोजगार

जयपुर/आशीष शर्मा
2020 में कोरोना महामारी ( Corona epidemic in 2020 ) से बचाव की कोशिशों में कई महीनों तक लॉकडाउन ( lockdown ) की स्थिति रही। लॉकडाउन के चलते औद्योगिक ईकाईयों के साथ ही छोटे बड़े उद्योगों ( small and big industries ) के बंद होने से, निर्माण कार्यों पर रोक लग जाने के साथ ही अन्य कई क्षेत्रों में काम धंधें बंद हो जाने से लाखों श्रमिक बेरोजगार हो गए। व्यापारी वर्ग के साथ ही निजी क्षेत्र का कर्मचारी वर्ग भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ। अब नए साल 2021 से एक बार फिर श्रमिक वर्ग, ग्रामीणों के साथ ही निर्माण, उत्पादन, वितरण समेत अन्य क्षेत्रों से जुड़े हुए श्रमिकों, लोगों को हालात फिर से पहले की तरह होने की उम्मीद बनी हुई है। राज्य में सरकार की ओर से भी इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हाल ही में हुई बैठक में अफसरों से कहा गया है कि वो राजस्थान की अनुकूल स्थितियों को जानकारी साझा करते हुए देश दुनिया के निवेशकों का ध्यान आकर्षित कर निवेश करवाएं। ताकि निवेश से औघोगिक इकाईयों के साथ ही नई संभावनाओं के चलते न केवल नए काम धंधे शुरू हो सकेंगे बल्कि इससे रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी हो सकेगी।


पत्रिका ने जब 2020 में लॉकडाउन से काम धंधे चौपट होने, अर्थव्यवस्था पटरी से उतरने के बाद उपजे हालातों पर ग्रामीणों, श्रमिक वर्ग के लोगों से बातचीत की तो नए साल से उनकी उम्मीदें सामने आईं। इस वर्ग को राज्य और केन्द्र सरकार से यह उम्मीद है कि सरकारी प्रयासों से स्थितियां फिर से सामान्य हो सकेंगी और उनका छिना काम उन्हें वापस मिलने के साथ ही विपरीत समय फिर से अनुकूल स्थितियों में बदल सकेगा। बुर्जुग किसान गार्वधन का कहना है कि पहले लॉकडाउन फिर काम धंधे चौपट होने से गुजारा चलाने से उधार लिया। सरकारी सहायता का लाभ किसी को मिल पाया तो किसी को नहीं। सहायता भी उतनी नहीं मिल पाई जो जरूरतों को पूरा कर पाए। अब उम्मीद है कि नए साल में फिर से सबकुछ पहले की तरह हो जाएगा।

कामकाज पर पड़ा बुरा असर
शादी समारोह में ढोल बजाकर गुजारा करने वाले गजानंद ने बताया कि पहले लॉकडाउन फिर से सख्ती के नियमों के चलते पहले तो समारोह हुए ही नहीं, अब शादी समारोह में लोगों की संख्या सीमित करने से कामकाज पर बुरा असर पड़ा है। कहने को अनलॉक है लेकिन पहले जैसी सामान्य स्थितियां नहीं होने से आमदनी पर्याप्त नहीं हो पाती।

खेतीबाड़ी, अन्य काम भी प्रभावित
महावीर सिंह का कहना है कि 2020 में काम धंधे, खेतीबाड़ी के साथ अन्य कामकाज प्रभावित हुए। नए साल में वैक्सीन भी आ रही है तो हालात सामान्य होने के साथ ही कामकाज की स्थितियों में भी सुधार हो सकेगा, ऐसी उम्मीद उन्होंने जताई। नए साल से कुछ ऐसी ही उम्मीदें असलम खान समेत हजारों लोगों को हैं।

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