जानकारी के अनुसार जयपुर विकास प्राधिकरण मॉनसूनी सीजन में 21 हजार पौधे वितरित करेगा। जेडीए लगभग 10 फीट उंचाई तक के पौधे लोगों को बांटेगा। इसका मकसद ये है कि लोग जयपुर शहर में पौधे लगाए और शहर हराभरा बने। जेडीए 50 रूपए की रियायती दर उपलब्ध करवाएगा। लेकिन जेडीए से सिर्फ वही लोग पौधे ले पाएंगे, जिनके पास पहचान पत्र (आइडी प्रूफ) होगा। आइडी प्रूफ प्रस्तुत करने के बाद एक व्यक्ति या एक परिवार अधिकतम 5 पौधे ही जेडीए से ले सकेगा। बिना आइडी प्रूफ के जेडीए पौधा नहीं देगा। जेडीए 15 जुलाई से जवाहर सर्किल, वैशाली नर्सरी पार्क, स्वर्ण जयन्ती पार्क विद्याधर नगर, सेंट्रल पार्क और त्रिवेणी नगर सामुदायिक केन्द्र पर पौधों का वितरण करेगा। पौधों का वितरण ‘पहले आओ-पहले पाओ’ के आधार पर होगा, लेकिन पहचान पत्र जरूरी है।।
उलटबांसी: संस्थानों को बिना आइडी मिलेंगे पौधे
जेडीए वन टाइम प्लांटेशन के आधार पर 18 हजार पौधे सरकारी संस्थान, स्कूल, काॅलेज, थाना परिसर, खेल स्टेडियम समेत अन्य संस्थाओं को वितरित करेगा। जेडीए ग्रीन वुड प्रोजेक्ट के तहत 15,500 पौधे 35 पार्कों में रोपेगा। जेडीए की ओर से नाॅन-वाॅटर सर्विस पार्को में पेड़ लगाकर संधारण कर उसे वुडलैण्ड के रूप में विकसित किया जाएगा। इसी तरह जेडीए रोड साइड पर मेंटिनेंस वाले 12,500 नए पौधे लगाएगा।
जेडीए वन टाइम प्लांटेशन के आधार पर 18 हजार पौधे सरकारी संस्थान, स्कूल, काॅलेज, थाना परिसर, खेल स्टेडियम समेत अन्य संस्थाओं को वितरित करेगा। जेडीए ग्रीन वुड प्रोजेक्ट के तहत 15,500 पौधे 35 पार्कों में रोपेगा। जेडीए की ओर से नाॅन-वाॅटर सर्विस पार्को में पेड़ लगाकर संधारण कर उसे वुडलैण्ड के रूप में विकसित किया जाएगा। इसी तरह जेडीए रोड साइड पर मेंटिनेंस वाले 12,500 नए पौधे लगाएगा।
जेडीए बांटेगा ये पौधे
जेडीए द्वारा उपलब्ध करवाये जाने वाले पौधों में नीम, करंज, मोलश्री, अमलताश, पिलखन, अशोक, केशियाश्यामा, अर्जुन, जामुन, कचनार, शीशम, जकरण्डा, पेल्टाफार्म, एलस्टोनिया, टेबूबिया इत्यादि प्रजातियां शामिल होंगी।
वन विभाग 5 से 15 रूपए में देगा पौधे
जानकारी के अनुसार वन विभाग में प्रदेशभर की 567 नर्सरियों में 4.14 करोड़ पौधे तैयार किए हैं। जयपुर में वन विभाग की 31 नर्सरियों में 30.89 लाख पौधे तैयार किए गए हैं। इनमें से 18.57 लाख पौधे लोगों को वितरित किए जाएंगे। जबकि वन विभाग के पौधारोपण के लिए 12.32 लाख पौधे तैयार किए हैं। जेएलएन रोड स्थित वानिकी प्रशिक्षण संस्थान की नर्सरी में 1 लाख से ज्यादा पौधे तैयार किए गए हैं। वन विभाग की नर्सरियों में एक जुलाई से पौध वितरण का काम शुरू हो चुका है। वन विभाग ने प्रति पौधा कीमत 5, 10 और 15 रूपए तय की है। विद्यालय, संस्थाओं और नागरिक समूहों को सार्वजनिक जगहों पर रोपने के लिए पौधे रियायती दर या निशुल्क भी दिए जाएंगे।
जेडीए द्वारा उपलब्ध करवाये जाने वाले पौधों में नीम, करंज, मोलश्री, अमलताश, पिलखन, अशोक, केशियाश्यामा, अर्जुन, जामुन, कचनार, शीशम, जकरण्डा, पेल्टाफार्म, एलस्टोनिया, टेबूबिया इत्यादि प्रजातियां शामिल होंगी।
वन विभाग 5 से 15 रूपए में देगा पौधे
जानकारी के अनुसार वन विभाग में प्रदेशभर की 567 नर्सरियों में 4.14 करोड़ पौधे तैयार किए हैं। जयपुर में वन विभाग की 31 नर्सरियों में 30.89 लाख पौधे तैयार किए गए हैं। इनमें से 18.57 लाख पौधे लोगों को वितरित किए जाएंगे। जबकि वन विभाग के पौधारोपण के लिए 12.32 लाख पौधे तैयार किए हैं। जेएलएन रोड स्थित वानिकी प्रशिक्षण संस्थान की नर्सरी में 1 लाख से ज्यादा पौधे तैयार किए गए हैं। वन विभाग की नर्सरियों में एक जुलाई से पौध वितरण का काम शुरू हो चुका है। वन विभाग ने प्रति पौधा कीमत 5, 10 और 15 रूपए तय की है। विद्यालय, संस्थाओं और नागरिक समूहों को सार्वजनिक जगहों पर रोपने के लिए पौधे रियायती दर या निशुल्क भी दिए जाएंगे।
वन विभाग बांटेगा ये पौधे
छायादार पौधे — अमलताश, गुलमोहर, नीम, अशोक और करंज सहित अन्य प्रजाति।
फलदार पौधे – अमरूद, जामुन, पपीता, नींबू, अनार, शहतूत और आंवला सहित अन्य पौधे।
सजावटी पौधे – गुलाब, गुलदाउदी, गुडहल, चम्पा, चमेली, रात की रानी, मोगरा, कंडील, छुईमुई और बोगनवेलिया सहित अन्य प्रजाति।
पवित्र माने जाने वाले पौधे – कल्पवृक्ष, कदम, बड़ और पीपल वन विभाग की बड़ी नर्सरियों में उपलब्ध।
छायादार पौधे — अमलताश, गुलमोहर, नीम, अशोक और करंज सहित अन्य प्रजाति।
फलदार पौधे – अमरूद, जामुन, पपीता, नींबू, अनार, शहतूत और आंवला सहित अन्य पौधे।
सजावटी पौधे – गुलाब, गुलदाउदी, गुडहल, चम्पा, चमेली, रात की रानी, मोगरा, कंडील, छुईमुई और बोगनवेलिया सहित अन्य प्रजाति।
पवित्र माने जाने वाले पौधे – कल्पवृक्ष, कदम, बड़ और पीपल वन विभाग की बड़ी नर्सरियों में उपलब्ध।
क्या कहते हैं अधिकारी – जेडीए हर बार की तरह इस बार भी शहर में हरियाली को बढ़ावा देने के लिए पौधे वितरित करेगा। पौधा देने के लिए आइडी प्रूफ की व्यवस्था पहले से ही लागू है। एक व्यक्ति को अधिकतम 5 पौधे ही देंगे, इसलिए आइडी प्रूफ देखा जाएगा।
संजयप्रकाश भादू, वरिष्ठ उद्यानविज्ञ, जेडीए
संजयप्रकाश भादू, वरिष्ठ उद्यानविज्ञ, जेडीए