—— सूचना और साधनों के अभाव में नहीं कर पाई कार्य लॉकडाउन में कई महिला कार्मिक सूचना और साधनों के अभाव में कार्य नहीं कर सकी। ऐसे में विभाग ने बिना बताए ही मानदेय कर्मियों 500 रुपए से लेकर 3000 रुपए तक की मानदेय कटौती कर ली। सबसे ज्यादा समस्या उन महिलाओं को जो लॉकडाउन में दूसरे शहरों में फंसी रह गई या फिर बीमारी के चलते डॉक्टर ने उन्हें कोरोना संक्रमण के डर से कार्य नहीं करने की सलाह दी।
——- आंगनबाड़ी मानदेय कर्मियों का मानदेय
आशासहयोगिन को 2700 रुपए
साथिन को 3500 रुपए
सहायिका को 4225 रुपए
कार्यकर्ता को 7500 रुपए —- वर्जन ……
लाखों अधिकारी कर्मचारियों को लॉकडाउन में जब घर बैठे ही पूरा वेतन दिया जा सकता है तो इन अल्प मानदेय महिला कार्मिकों को सूचना के अभाव में 1-2 दिवस सूचना व साधनों के अभाव मे कार्य नहीं करने के बदले 500 रुपए से लेकर 3000 तक की मानदेय कटौती करना न्यायोचित नहीं है।
-सीएल बुनकर, संस्थापक अखिल राजस्थान महिला बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ
आशासहयोगिन को 2700 रुपए
साथिन को 3500 रुपए
सहायिका को 4225 रुपए
कार्यकर्ता को 7500 रुपए —- वर्जन ……
लाखों अधिकारी कर्मचारियों को लॉकडाउन में जब घर बैठे ही पूरा वेतन दिया जा सकता है तो इन अल्प मानदेय महिला कार्मिकों को सूचना के अभाव में 1-2 दिवस सूचना व साधनों के अभाव मे कार्य नहीं करने के बदले 500 रुपए से लेकर 3000 तक की मानदेय कटौती करना न्यायोचित नहीं है।
-सीएल बुनकर, संस्थापक अखिल राजस्थान महिला बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ