दरअसल, आचार संहिता के दौरान रुटीन आयकर छापे-सर्वे पर रोक लगा दी जाती है, क्योंकि विभाग के सभी इंस्पेक्टर्स और इनकम टैक्स ऑफिसर्स (आइटीओ) जिलों में स्थापित स्पेशल टीमों, कंट्रोल रूम या एयरपोर्ट पर तैनात रहते हैं। ये सभी चुनाव में कालेधन की रोकथाम में जुट जाते हैं। आयकर मुख्यालय में हाल ही हुई एक विशेष बैठक में राज्यभर से विभाग के 150 से अधिक कर्मचारियों व अधिकारियों को चुनावी जिम्मेदारियां सौंपी गई।
जिला स्तर पर टीमों का गठन
आयकर विभाग ने राज्य के सभी 33 जिलों में वेरिफिकेशन सेल स्थापित की हैं। इनमें हर जिले में एक आइटीओ और इंस्पेक्टर की टीम होगी। विभाग 10 लाख रुपए से अधिक नकदी, एक किलो से अधिक सोना व किसी आवास में नकदी अथवा बुलियन की सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई करेगा। इसके अलावा 10 डिप्टी डायरेक्टर्स को सब नोडल अधिकारी बनाया गया है।
कंट्रोल रूम में 24 घंटे रहेंगे अधिकारी
विभाग के अनुसार जयपुर स्थित मुख्यालय पर कंट्रोल रूम में 24 घंटे आयकर अधिकारी तैनात रहेंगे। ये शिफ्टों में काम करेंगे और सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को भी सूचना मिलने पर टोंक और डिग्गी में कार्रवाई की गई। इसमें भारी मात्रा में नकदी जब्त हुई, जिसका पूरा खुलासा गुरुवार तक किया जाएगा।
विभाग के अनुसार जयपुर स्थित मुख्यालय पर कंट्रोल रूम में 24 घंटे आयकर अधिकारी तैनात रहेंगे। ये शिफ्टों में काम करेंगे और सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को भी सूचना मिलने पर टोंक और डिग्गी में कार्रवाई की गई। इसमें भारी मात्रा में नकदी जब्त हुई, जिसका पूरा खुलासा गुरुवार तक किया जाएगा।
राजस्थान के आठों एयरपोर्ट पर नजर
विभाग ने अन्य राज्यों से आने वाले कालेधन पर रोकथाम के लिए राजस्थान के आठों एयरपोर्ट पर 11 एयर इंटेलीजेंस यूनिट्स का गठन किया है। खासतौर से जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, बीकानेर एयरपोर्ट पर वरिष्ठ अधिकारियों की टीम तैनात की गई है।
उधर, निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को जिला प्रशासन, पुलिस, एयरपोर्ट, एक्साइज, बैंकर्स, आयकर एवं आयकर विभाग सहित चुनावों व्यय पर्यवेक्षण से संबंधित विभागों की बैठक ली। अधिकारियों को प्रत्याशियों की व्यय राशि का सही आंकलन करने के निर्देश दिए।