ब्याज दरों में कटौती से त्योहारी सीजन में बढग़ी मांग
जयपुरPublished: Aug 07, 2019 04:32:32 pm
मुंबई। महंगाई ( inflation ) के लक्षित दायरे में रहने के बावजूद सुस्त आर्थिक गतिविधियों ( economic crisis ) में तेजी लाने के उद्देश्य से रिजर्व बैंक ( RBI India ) ने नीतिगत दरों ( Policy rates )में 35 आधार अंकों की कटौती की है, जिससे घर, कार और व्यक्तिगत ऋण सहित सभी प्रकार के ऋण ( loan) के सस्ते होने की उम्मीद बनी है। ब्याज दरों में कटौती से त्योहारी सीजन ( festival season ) में मांग में तेजी आएगी।
ब्याज दरों में कटौती से त्योहारी सीजन में बढग़ी मांग
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी द्विमासिक समीक्षा बैठक में ये निर्णय लिए। सोमवार को शुरू हुई तीन दिवसीय बैठक के बाद रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास ने यह जानकारी दी। दास के गवर्नर बनने के बाद से लगातार चौथी बार नीतिगत दरों में कटौती की गई है। पहले तीन बार में 0.75 फीसदी अर्थात 75 आधार अंकों की कमी की गई थी। कुल मिलाकर चार बार में अब तक 1.10 प्रतिशत अर्थात 110 आधार अंकों की कमी की जा चुकी है। बुधवार की कटौती के बाद अब रेपो दर 5.75 प्रतिशत से घटकर 5.40 प्रतिशत, रिवर्स रेपो दर 5.50 प्रतिशत से कम होकर 5.15 प्रतिशत, मार्जिनल स्टैंङ्क्षडग फैसेलिटी दर (एमएसएफआर) छह प्रतिशत से घटकर 5.65 प्रतिशत तथा बैंक दर छह प्रतिशत कम होकर 5.65 प्रतिशत हो गई है। हालांकि, नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) चार प्रतिशत पर और वैधानिक तरलता अनुपात (एसएलआर) 19.25 प्रतिशत पर यथावत है। ये कटौती तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। समिति ने चालू वित्त वर्ष की ऋण एवं मौद्रिक नीति पर अपने एकोमोडेटिव रुख को जारी रखने का भी निर्णय लिया, जिससे आवश्यकता होने पर नीतिगत दरों में और कमी किए जाने की संभावना बनी रहेगी।