Mustard Price: जाड़े में बढ़ी मांग, खाने का तेल में आई तेजी
जयपुरPublished: Nov 06, 2022 01:10:55 pm
जाड़े में तेलों की मांग बढ़ने और विदेशी बाजारों में खाद्य तेल महंगा होने से खाने के तेलों में ठहराव के बाद एक बार फिर तेजी का दौर शुरू हो गया है। तेल-तिलहन बाजार में सरसों, सोयाबीन और मूंगफली तेल-तिलहन, सीपीओ, पामोलीन और बिनौला तेल कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।


Mustard Price: जाड़े में बढ़ी मांग, खाने का तेल में आई तेजी
जाड़े में तेलों की मांग बढ़ने और विदेशी बाजारों में खाद्य तेल महंगा होने से खाने के तेलों में ठहराव के बाद एक बार फिर तेजी का दौर शुरू हो गया है। तेल-तिलहन बाजार में सरसों, सोयाबीन और मूंगफली तेल-तिलहन, सीपीओ, पामोलीन और बिनौला तेल कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। विदेशी बाजारों में हल्के खाद्य तेलों की मांग होने और इसके मुकाबले आपूर्ति कम होने से खाने के तेल की कीमतों में वृद्धि देखी जा रही है। तेल व्यापारियों का कहना है कि सूरजमुखी और सोयाबीन तेल के शुल्क-मुक्त आयात का कोटा निर्धारित किये सरसों मिल डिलीवरी 42 प्रतिशत तेल कंडीशन के भाव 7000 रुपए प्रति क्विंटल तक जा पहुंचे। समर्थन पाकर एगमार्क सरसों तेल भी महंगा हो गया। राजधानी कृषि उपज मंडी कूकरखेड़ा स्थित गोयल फूड्स एंड एलाइड प्रॉडक्ट्स के संचालक एवं पावर ब्रांड सरसों तेल के राजस्थान के वितरक अतुल अग्रवाल ने बताया कि उपभोक्ता मांग निकलने से सोयाबीन एवं सरसों तेल के भाव वर्तमान में लगातार उछल रहे हैं।