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जयपुर

सस्ते कच्चे तेल से भरेगा सरकारी खजाना, पेट्रोल-डीजल पर 3 रु.बढ़ाया टैक्स

सेस समेत उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी
 

जयपुरMar 15, 2020 / 01:41 am

Vijayendra

PETROL PUMP

PETROL PUMP

नई दिल्ली. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट के बावजूद केंद्र सरकार ने आमजन की उम्मीदों को बड़ा झटका दिया है।
केंद्र ने आम आदमी को इस गिरावट का फायदा न देकर शनिवार को पेट्रोल और डीजल पर रोड सैस व उत्पाद शुल्क में कुल मिलाकर तीन रुपए की बढ़ोतरी की है, जिससे सरकार को लगभग 39 हजार करोड़ रुपए का अतिरिक्त फायदा होगा। इससे पहले, वर्ष 2014-15 में भी सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में गिरावट का फायदा लोगों तक नहीं पहुंचने दिया था। अधिकारियों के मुताबिक, उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी से चालू वित्त वर्ष के बाकी तीन हफ्ते में सरकार को लगभग दो हजार करोड़ रुपए की अतिरिक्त आय होगी।
बता दें कि पेट्रोल और डीजल कीमतों में अब दैनिक आधार पर बदलाव होता है। शनिवार को पेट्रोल की कीमतों में 13 पैसे और डीजल में 16 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई। दिल्ली में अब पेट्रोल 69.87 रुपए प्रति लीटर और डीजल 62.58 रुपए प्रति लीटर है।
पेट्रोल पर 8, डीजल पर 4 रु. विशेष उत्पाद शुल्क
मूल, अतिरिक्त व विशेष उत्पाद शुल्क में से पेट्रोल पर विशेष उत्पाद शुल्क प्रति लीटर दो रु. बढ़ाकर 8 रुपए कर दिया है। डीजल पर यह दो रु. बढ़कर अब 4 रु. प्रति लीटर हो गया है। पेट्रोल- डीजल पर लगने वाला रोड सेस भी एक-एक रु. प्रति लीटर बढ़ाकर 10 रुपए कर दिया है।
पेट्रोल पर कुल 23 रु. प्रति लीटर उत्पाद शुल्क
आइओसीएल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल पर 19.98 रु. एक्साइज ड्यूटी लग रही है। 3 रुपए की वृद्धि के बाद यह 22.98 रुपए हो जाएगी। वहीं, डीजल पर एक्साइज 15.83 रुपए प्रति लीटर से बढ़कर 18.83 रुपए प्रति लीटर हो जाएगी।
बुनियादी ढांचे के विकास में मिलेगी मदद : सरकारी अधिकारियों के मुताबिक इस वर्ष की पहली तिमाही में कच्चे तेल की कीमतों में कमी का काफी लाभ उपभोक्ताओं को काफी मिला है। अब केंद्र ने तंग राजकोषीय स्थिति को देखते हुए कुछ राजस्व बढ़ाने के लिए शुल्क बढ़ाने का यह कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे के विकास और व्यय की अन्य विकासात्मक वस्तुओं के लिए संसाधन तैयार करने में मदद मिलेगी।
2014-16 में 9 बार बढ़ा शुल्क : केंद्र ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में गिरावट का फायदा उठाने के लिए नवंबर 2014 और जनवरी 2016 के बीच पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क में नौ बार बढ़ोतरी की थी। वहीं, अक्टूबर 2017 में उत्पाद शुल्क में प्रति लीटर दो रुपए की कटौती की गई थी, जबकि इसके एक साल बाद 1.50 रुपए प्रति लीटर की कटौती की गई थी। लेकिन जुलाई 2019 में उत्पाद शुल्क में प्रति लीटर दो रुपए की बढ़ोतरी की गई थी।
निचले स्तर आ गईं कच्चे तेल की कीमतें : जनवरी के बाद कच्चे तेलों की कीमत घटकर आधी हो गई है और अभी यह 32 डॉलर प्रति बैरल पर है। इसकी तर्ज पर पेट्रोल तथा डीजल की कीमत में भी छह रुपए से अधिक की गिरावट आई है। 11 जनवरी, 2020 को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर 76.01 रुपए थी, जबकि 14 मार्च को 69.87 रुपए प्रति लीटर रही। वहीं, 11 जनवरी, 2020 को डीजल प्रति लीटर 69.17 रुपए तथा 14 मार्च, 2020 को 62.58 रुपए प्रति लीटर रही।

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