प्रदेश में बर्ड फ्लू का बढ़ता दायरा: 2950 पक्षियों की मौत
अब प्रदेश के 13 जिलों में फैला बर्ड फ्लू का प्रकोप
आज सिरोही,प्रतापगढ़ के सैंपल पॉजिटिव मिलने से हुई बर्ड फ्लू की पुष्टि
प्रदेश में अब तक कुल 2950 पक्षियों की हुई मृत्यु

प्रदेश (State) में बर्ड फ्लू (Bird flu) का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। पशुपालन विभाग (Animal Husbandry) की ओर से जारी की गई रिपोर्ट (Report) के मुताबिक प्रदेश (State) के दो और जिलों सिरोही और प्रतापगढ़ के सैम्पल (Sample) पॉजिटिव (Positive) मिले हैं। वहीं प्रदेश में अब तक 2950 पक्षियों (2950 Birds) की मृत्यु हो चुकी है। इनमें सबसे अधिक 2289 कौओं की मौत हुई है। वहीं 170 मोर, 156 कबूतर और 335 अन्य पक्षी शामिल हैं। रविवार को प्रदेश में 428 पक्षी मृत मिले, जिसमें 326 कौए, 34 कबूतर, 18 मोर और 50 अन्य पक्षी हैं। प्रदेश के 24 जिलों से अब तक 226 सैम्पल भोपाल भेजे गए थे जिसमें से अब तक 13 जिलों के 51 सैम्पल पॉजिटिव आए हैं।
कहां कितने पक्षी मिले मृत
पशुपालन विभाग से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक जयपुर में 155, सीकर 46, कोटा 33, बारां 14, झालावाड़ 26, चित्तौडगढ़़ 39, भीलवाड़ा 4, नागौर 6, टोंक 5, भरतपुर 9, राजसमंद 5, करौली 1, सवाई माधोपुर 7, चूरू 8, जोधपुर 17, बाड़मेर, बूंदी और पाली 11-11, अलवर 3, जैसलमेर 5, जिालौर 6, पाली, सिरोही, दौसा और झुंझुनू 2-2 पक्षी मृत पाए गए हैं।
संक्रांति पर परिंदों के लिए आगे आए विभाग
वहीं पिछले 22 साल से हर साल मकर संक्रांति पर घायल परिंदों की मदद के लिए ऑपरेशन फ्री स्काई संचालित करने वाले वल्र्ड संगठन ने परिंदों की मदद के लिए पशुपालन विभाग को आगे आने की अपील की है। संगठन की निदेशक नम्रता सक्सेना ने कहा कि बर्ड फ्लू के प्रोटोकॉल की पालना करते हुए बिना पीपीई किट मांझे की डोर से घायल परिंदे को भी रेस्क्यू नहीं किया जा सकेगा क्योंकि यह पता करना संभव नहीं कि मांझे से घायल पक्षी संक्रमित है अथवा नहीं। ऐसे मेंपशुपालन विभाग को इस बार इन्हें बचाने के लिए अभियान चलाना चाहिए। विभाग चाहेगा तो वल्र्ड संगठन उन्हें सहयोग करने के लिए तैयार है। नम्रता सक्सेना ने आमजनता से भी इस बार पतंग नहीं उड़ाने की अपील की।
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