प्रदेश की तीन राज्यसभा सीटों पर 19 जून को मतदान होने जा रहा है। चुनाव से ठीक एक दिन पहले उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने चुनाव के रिटर्निंग अधिकारी को पत्र लिखकर निर्दलीय विधायकों के कांग्रेस प्रतिनिधि को दिखाकर वोट डालने पर आपत्ति जताई है। राठौड़ ने कहा है कि अगर ऐसा करने की अनुमति दी गई तो इससे न केवल चुनाव प्रभावित होगा, बल्कि यह दलबदल कानून के दायरे में भी आएगा।
राठौड़ ने लिखा है कि निर्दलीय विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की थी, जिसके बाद निर्दलीय विधायकों ने कहा है कि वो कांग्रेस के अधिकृत प्रतिनिधि को दिखाकर वोट डालेंगे। इससे साफ हो रहा है कि मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है। निर्दलीय विधायकों का कांग्रेस विधायकों के साथ होटल में रहना या उन्हें ले जाना भी विधि विरुद्ध है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन का संचालन नियम के तहत मात्र राजनीतिक दल के मतदाता ही अपने दल के अधिकृत व्यक्ति को मत की जानकारी दे सकते हैं। निर्दलियों के लिए इस तरह का प्रावधान नहीं है।
राठौड़ ने कहा है कि अगर निर्दलीय विधायक अपना मत कांग्रेस के प्रतिनिधि को दिखाकर डालते हैं या उन्हें ऐसा करने की अनुमति दी जाती है तो यह मतदान को प्रभावित और दूषित करने के कृत्य के समकक्ष होगा। इस तरह के प्रजातांत्रिक मूल्यों के विपरीत प्रक्रिया को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। अगर ऐसा किया गया तो यह प्रथमदृष्टया ही अवैध है।