scriptभारत की कूटनीतिक जीत…यूएन में कश्मीर पर चीन की चाल विफल | India's diplomatic victory... China's move on Kashmir in the UN fails | Patrika News

भारत की कूटनीतिक जीत…यूएन में कश्मीर पर चीन की चाल विफल

locationजयपुरPublished: Dec 18, 2019 01:58:13 am

Submitted by:

sanjay kaushik

संयुक्त राष्ट्र ( United Nations ) में भारत ( India ) ने एक और कूटनीतिक जीत ( Diplomatic Victory ) दर्ज की है। कश्मीर के मुद्दे ( Kashmir Issue ) पर भारत को घेरने की चीन की चाल ( China’s move ) विफल ( Failed ) हो गई। ( Jaipur News )

भारत की कूटनीतिक जीत...यूएन में कश्मीर पर चीन की चाल विफल

भारत की कूटनीतिक जीत…यूएन में कश्मीर पर चीन की चाल विफल

-यूएनएससी में किया था कश्मीर पर अंतरिम बैठक बुलाने का प्रस्ताव

-अमेरिका-फ्रांस समेत दूसरे देशों ने कराया प्रस्ताव को विफ ल

-अनुच्छेद 370 के हटाने पर चीन ने बुलाई थी एेसी ही बैठक
नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र ( United Nations ) में भारत ( India ) ने एक और कूटनीतिक जीत ( Diplomatic Victory ) दर्ज की है। कश्मीर के मुद्दे ( kashmir issue ) पर भारत को घेरने की चीन की चाल ( China’s move ) विफल ( Failed ) हो गई। ( Jaipur News ) चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में एक बार फि र कश्मीर पर एक आतंरिक बैठक बुलाने का प्रस्ताव किया था, लेकिन अमेरिका-फ्रांस समेत दूसरे देशों ने इस प्रस्ताव को विफ ल कर दिया। लिहाजा मंगलवार को इस तरह की कोई बैठक नहीं होने की सूचना है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मंगलवार को बैठक को लेकर जो सूचना जारी की है, उसमें भारत-पाकिस्तान या कश्मीर को लेकर कोई जिक्र नहीं है। अगस्त में जब भारत ने कश्मीर से धारा 370 हटाने का फैसला किया था, उसके कुछ ही दिन बाद चीन ने इसी तरह की बैठक बुलाई थी।
-अमेरिका-फ्रांस ने बताया भारत-पाक का आंतरिक मामला

कूटनीतिक सूत्रों की मानें तो चीन की मंशा की सूचना मिलते ही भारत ने सुरक्षा परिषद के तमाम सदस्यों के साथ संपर्क शुरू किया। माना जा रहा है कि फ्रांस और अमेरिका ने कश्मीर को दोनो देशों के बीच का आतंरिक मामला मानते हुए इसे भारत और पाकिस्तान के बीच आपसी मशविरा से ही सुलझाने का सुझाव दिया। भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थाई सदस्यों के साथ ही दूसरे गैर अस्थाई सदस्यों से इस बारे में मदद मांगी।
-चीन-पाकिस्तान फिर से कर सकते हैं प्रयास

सनद रहे कि पिछली बार चीन के प्रस्ताव पर चर्चा तो हुई थी, लेकिन इस पर कोई भी बयान जारी नहीं किया गया था। हालांकि, चीन की कोशिश थी कि कोई बयान जारी किया जाए, लेकिन तब भी उसे सफ लता नहीं मिली थी। चीन ने इस बार जम्मू व कश्मीर के ताजा हालात का हवाला देते हुए बहस करवाने का प्रस्ताव दिया था। कूटनीतिक सूत्रों का कहना है कि हो सकता है कि निकट भविष्य में फि र से चीन की तरफ से इस तरह की कोशिश की जाए। पाकिस्तान की तरफ से भी लगातार संयुक्त राष्ट्र को पत्र लिखा जा रहा है, जिसमें कश्मीर के हालात पर चर्चा करवाने की मांग की जा रही है।
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