मोदी से बेहतर जान बचाना जानता है ये मछुआरा
जयपुरPublished: Aug 03, 2019 03:09:27 pm
‘जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय’. यह कहावत भले ही पुरानी हो, लेकिन इसकी सार्थकता हमेशा के लिए बरकरार रहती है। आज इसका उदाहरण भी देखने को मिला। बंगाल की खाड़ी में पिछले हफ्ते प्रवेश करने के बाद लापता हुए 25 मछुआरों में से एक मछुआरे को बांग्लादेश के एक जहाज ने बचा लिया है। पांच दिनों तक मछुआरा बिना किसी लाइफ जैकेट के गहरे समुद्र में तैरता रहा।
मोदी से बेहतर जान बचाना जानता है ये मछुआरा
‘जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय’. यह कहावत भले ही पुरानी हो, लेकिन इसकी सार्थकता हमेशा के लिए बरकरार रहती है। आज इसका उदाहरण भी देखने को मिला। बंगाल की खाड़ी में पिछले हफ्ते प्रवेश करने के बाद लापता हुए 25 मछुआरों में से एक मछुआरे को बांग्लादेश के एक जहाज ने बचा लिया है। पांच दिनों तक मछुआरा बिना किसी लाइफ जैकेट के गहरे समुद्र में तैरता रहा।
पश्चिम बंगाल संयुक्त मछुआरा संगठन के बीजन माइती ने बांग्लादेश से प्राप्त सूचना के आधार पर बताया कि जीवन रक्षक जैकेट पहने दास को बचाने के बाद चटगांव के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के बावजूद मछुआरे अक्सर जीवन रक्षक जैकेट पहनने से बचते हैं। अगर वे ऐतियात बरतते हैं तो समुद्री दुर्घटनाएं कम हो सकती हैं। अभी भी 24 मछुआरे लापता हैं.