इसमें यात्रियों से 30 फीसदी तक अतिरिक्त किराया वसूला जा रहा है। आश्चर्य की बात यह है कि रेलवे लगातार ट्रेनों की संख्या बढ़ा रहा है और अगले माह तक रेलवे बोर्ड रेल यातायात सामान्य होने के दावे कर रहा है। इसके बावजूद विशेष श्रेणी में दी जाने वाली रियायतें नहीं दी जा रही है। सर्वाधिक परेशानी डेली अप-डाउन करने वाले यात्रियों को हो रही है। इस पर रेलवे के अफसर भी चुप्पी साधे बैठे हैं।
इन्हें मिलती है रियायत:
दिव्यांग, रोगी, वरिष्ठ नागरिक, छात्र, युवा, किसान, अवार्डीज, वॉर विडो, आर्टिस्ट व खिलाड़ी, मेडिकल प्रोफेशनल्स, एमएसटी धारक व अन्य।
स्पेशल ट्रेनों में नहीं मिलती रियायतें:
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी गौरव गौड़ ने बताया कि वर्तमान में जोन में स्पेशल ट्रेनें संचालित हो रही है। इनमें रियायत देने का प्रावधान नहीं है। नियमित ट्रेनें चलेगी तब इसका लाभ मिलेगा।
कम दूरी की ट्रेनें अभी भी बे-पटरी:
रेलवे प्रशासन कम दूरी की ट्रेनों की बजाय लंबी दूरी की ट्रेनें शुरू करने में ज्यादा रूचि दिखा रहा है। कम दूरी की टे्रन शुरू नहीं होने से प्रतिदिन हजारों लोग परेशान हो रहे हैं। एमएसटी योजना भी बंद है। ऐसे में जयपुर-सीकर, जयपुर-बयाना, जयपुर-बीकानेर, जयपुर-चूरू, जयपुर-फुलेरा व जयपुर-अजमेर समेत कई ट्रेनों के शुरू होने का इंतजार है।