READ: खुशखबरी! रेलवे ने दिया यात्रियों को नया तोहफ़ा, अब सस्ती हुई ये सेवाएं तो आपको बताते है रेलवे के इन नए नियमों के बारे में जिससे सभी यात्रियों को बेहतर सुविधाएं व रिजर्वेशन टिकट आसानी से मिल सकेगा। भारतीय रेलवे के लिए ऑनलाइन टिकट रिजर्वेशन के संशोधित नए नियम इस प्रकार हैं:
1. अब एक यूजर आई डी से एक महीने में सिर्फ 6 टिकट बुक करा सकते है। लेकिन यदि यूजर का आधार वेरीफाइड है तो एक महीने में 12 टिकट बुक किए जा सकते है। वहीं एक व्यक्ति सुबह 8 से 10 बजे के बीच के शुरुआती दो घंटों में सिर्फ दो टिकट ही बुक करा सकता है।
2. सुबह 8 बजे से 12 बजे के बीच सिंगल पेज या क्विक बुक सर्विस उपलब्ध नहीं होगी। एक बार में एक यूजर केवल एक ही लॉन-इन सेशन कर सकता है। लॉगिन, पैसेंजर डिटेल और पेमेंट वेब पेज पर कैप्चा उपलब्ध कराया जाता है। इस सुविधा के तहत एक ही पेज पर टिकट बुकिंग की सारी प्रक्रिया पूरी की जाती है।
3. सुरक्षा को अधिक पुख्ता करते हुए अब किसी भी यूजर को अपना नाम, ईमेल, मोबाइल नंबर जैसी निजी जानकारी भरने के बाद सुरक्षा संबंधी एक सवाल का जवाब देना होगा। संशोधित नियमों में सुरक्षा का अतिरिक्त स्तर शामिल किया गया है।
4. वहीं अब अधिकृत ट्रेवल एजेंट ऑनलाइन रिजर्वेशन खुलने के आधे घंटे तक तत्काल टिकट बुक नहीं कर सकते हैं। एजेंट प्रातः काल 8 से 8.30 बजे, 10 से 10.30 बजे व 11 से 11.30 बजे तक टिकट बुक करा सकते हैं।
5. ऑनलाइन टिकट बुकिंग समय पर बहुत अधिक निर्भर करता है। अब ऑनलाइन टिकट बुकिंग में यात्री विवरण भरने के लिए 25 सेकंड का स्टैंडर्ड टाइम तय किया गया है। यात्री विवरण पेज और पेमेंट पेज पर कैपचा लिखने के लिए न्यूनतम समय पांच सेकंड होगा।
6. पेमेंट करने के लिए 10 सेकंड का समय तय किया गया गया है। किसी भी बैंक से नेट बैंकिंग के जरिए पेमेंट करने के लिए सभी यूजर्स को OTP (वन टाइम पासवर्ड) देना अनिवार्य बनाया गया है।
7. यात्रा के एक दिन पहले तत्काल टिकट बुक किया जा सकेगा। सुबह 10 बजे से एसी कोच में और 11 बजे से स्लीपर बोगी में रिजर्वेशन शुरू होगा। 8. टिकट शुल्क व तत्काल शुल्क को वापस तभी मांगा जा सकेगा जब ट्रेन अपने निर्धारित समय से तीन घंटे की देरी से रवाना होगी।
9. कोई भी यात्री अपने टिकट की कीमत वापसी का क्लेम तब भी कर सकता है, जब ट्रेन का रूट बदल दिया गया हो और यात्री इस बदले हुए रूट से यात्रा नहीं करना चाहता है तो वह फुल रिफंड के लिए दावा कर सकता है।
10. इसके अलावा यात्री उस सूरत में भी अपने टिकट का पूरा पैसा मांग सकता है अगर उसे बुक किए गए क्लास के बदले किसी निचली क्लास में शिफ्ट किया जाता है और वह उस क्लास में सफर नहीं करना चाहता। लेकिन अगर यात्री उस क्लास में सफर करने को राजी हो जाता है तो उसे दोनों क्लास के टिकट में फर्क का भुगतान कर दिया जाएगा।
आपको बता दें कि रोजाना IRCTC के पोर्टल से 13 लाख से ज्यादा टिकट बुक किए जाते है। वहीं भारतीय रेलवे से रोजाना दो करोड़ से अधिक लोग सफर करते हैं। बड़ी संख्या में लोगों के टिकट बुक कराने की इस प्रणाली के चलते कई लोग इस सेवा का दुरूपयोग भी करते है। गौरतलब है कि 2002 में जब इंडियन रेलवे केर्टंरग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) लांच हुआ था, तो पहले दिन सिर्फ 29 टिकट बुक हुए थे। आज यह आंकड़ा लाखों में है। सभी यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें इसके लिए रेलवे ने ऑनलाइन टिकट बुकिंग के संबंध में उपरोक्त 10 नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।