दरअसल रेलवे ने कोरोना काल में कम से कम लोगों की आवाजाही हो, इसके लिए सीमित संख्या में ट्रेनें शुरू की। इनमें भी अमूमन ट्रेनें वो हैं, जो पहले से संचालित हो रही थीं। उन्हें पहले कोविड फिर पूजा और अब त्योहार स्पेशल या स्पेशल में तब्दील कर चला रहा है। हालांकि कुछ सामान्य ट्रेनें भी शुरू हुई हैं, लेकिन वो नाममात्र हैं। ऐसे में यात्रियों को मजबूरन इन स्पेशल और त्योहार स्पेशल ट्रेनों में सफर करना पड़ रहा है।
सामने आया कि, इन स्पेशल ट्रेनों में नियमित ट्रेन से करीबन 30 से 40 फीसदी तक अतिरिक्त किराया लिया जा रहा है, जबकि त्योहार स्पेशल के नाम पर चल रही ट्रेनों में किराया दोगुना तक वसूला जा रहा है। जयपुर से त्योहार स्पेशल ट्रेन में स्लीपर किराया 385 रुपए तक वसूला जा रहा है। वहीं स्पेशल ट्रेन में स्लीपर 145 रुपए तक चार्ज लिए जा रहे हैं। त्योहार स्पेशल ट्रेनों का किराया इतना अधिक क्यों है, इस पर रेलवे बोर्ड से लेकर जोनल रेलवे तक के अफसर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में कोरोना का भय रेलवे जमकर कमाई कर रहा है।
यों समझे स्पेशल ट्रेनों में किराए का गणित 49 मिनट की दूरी का तीन तरह का किराया -जयपुर से दौसा जाने वाले यात्री को स्लीपर श्रेणी में जयपुर-हिसार स्पेशल ट्रेन में 145 रुपए, जयपुर प्रयागराज स्पेशल में 175 और अजमेर-जम्मूतवी ट्रेन में 385 रुपए किराया देना पड़ रहा है। जबकि तीनों ट्रेन एक ही गति, एक ट्रैक और एक ही समय में पहुंचती है।
-स्पेशल ट्रेन से जयपुर से दिल्ली के 215 रुपए देने पड़ रहे है। अलवर या बांदीकुई उतरने के लिए भी इतने ही देने पड़ेगे। दौसा उतरे या गांधीनगर 145 रुपए ही लगेंगे। क्योंकि इसमें स्लीपर श्रेणी में सामान्य किराया 145 रुपए तय है।
त्योहार स्पेशल ट्रेन में जयपुर से गांधी नगर उतरे या दौसा,अलवर या दिल्ली यात्री को 385 रुपए ही देने होंगे। इनमें स्लीपर श्रेणी का यह सामान्य किराया है। उदयपुर-हरिद्वार त्योहार स्पेशल ट्रेन में जयपुर से फुलेरा जाने पर भी यात्री को 385 रुपए देने पड़ेगे, जबकि 600 किमी दूर मेहसाना 325 रुपए में पहुंच जाएगा।
एसी बर्थ में यों मनमर्जी बरकार
-जयपुर से अहमदाबाद का दिल्ली -अहमदाबाद ट्रेन का थर्ड एसी किराया 610 रूपए है जबकि वाराणसी-अहमदाबाद ट्रेन में इसी दूरी का किराया 1005 रूपए है। -जयपुर से जोधपुर में जयपुर-जोधपुर सुपरफास्ट ट्रेन में थर्ड एसी का किराया प्रति यात्री 620 रूपए है, जबकि इसी दूरी में वाराणसी-जोधपुर ट्रेन में थर्ड एसी किराया 1050 रूपए तक वसूला जा रहा है।
-जयपुर-भोपाल ट्रेन में थर्ड एसी में 350 रूपए तक अंतर आ रहा है। बढ़ रहे यात्री भार से ट्रेनें भी बढ़ी
– कोरोना की दूसरी लहर से प्रभावित हुआ रेल यातायात अब सामान्य होता नजर आ रहा है। रेलवे लगातार बढ़ रहे यात्रीभार को देखते हुए ट्रेनें भी बढ़ा रहा है। इन दिनों करीब 400 ट्रेनें दौड़ रही है। कोरोना से पहले 550 ट्रेनें संचालित हो रही थी।
आम लोगों की तकलीफ, कोई सुनने वाला नहीं
-रेल आम जनता की सवारी मानी जाती है। कम किराए की वजह से यह सभी के लिए सुलभ रहती है। अगर रेलवे ही इस तरह से स्पेशल ट्रेनों के नाम पर वसूली करेगा तो गरीब जनता कैसे सफर करेगी। कोविड के मुश्किल दौर में साधारण ट्रेनें न चलाकर स्पेशल के नाम पर ज्यादा पैसा लेना ठीक नहीं।
फैक्ट फाइल
-550 कुल ट्रेनों में से कुल 430 ट्रेनें इन दिनों उत्तर पश्चिम रेलवे में हो रही संचालित। -308 मेल/सुपरफास्ट/एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन, 54 डेमू, पैसेंजर और अनारक्षित ट्रेनें दौड़ रही।
-68 त्योहार स्पेशल ट्रेनों का हो रहा संचालन।