– दुल्हन अपनी शादी में मिले उपहार और ज्वैलरी की लिस्टिंग करे। क्योंकि डिवोर्स से जुड़ी कानूनी पेचिदगियों में यह लिस्ट काम आ सकती है
– क्योंकि लिस्ट की हुई सारी ज्वैलरी महिला की होगी, फिर चाहे वह ससुराल पक्ष से मिली हो या फिर मायके से।
– लिस्टिंग स्टाम्प पेपर पर कराई जाए तो बाद में कोई इस पर दावा नहीं कर सकता।
– दो गवाहों की उपस्थिति में शादी में मिले गिफ्ट्स की लिस्टिंग की जाए
– शादी के बाद तैयार की गई लिस्ट में ससुराल और पीहर पक्ष दोनों के हस्ताक्षर कराए जाएं
– स्त्रीधन में जो भी उपहार दिए जाएं उनके बिल या बिल की फोटोकॉपी साथ रखें
– पेमेंट संबंधी उपहार, चैक या ड्राफ्ट की फोटोकॉपी अपने साथ रखें
– बेटी की शादी में करोड़ों रुपए खर्च करने के बजाय शादी के बजट की आधी रकम बेटी के नाम करवा दें। जिस पर सिर्फ उसका अधिकार होगा। इससे उसका फ्यूचर सिक्योर होगा। यह भी स्त्रीधन के दायरे में ही आएगा।