जानें, हर महिला ये 7 वित्तीय फायदे
जयपुरPublished: Aug 07, 2019 10:47:54 am
आज महिलाएं (Indian Women)पुरूषों की तरह हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है….कार्यस्थल (Workplace)पर पुरूषों से किसी भी काम में पीछे नहीं हैं। यही वजह है कि उनकी अब आर्थिक निर्भरता (Financial Dependance)भी घट रही है। पहले जहां महिलाएं आर्थिक तौर पर पुरूषों पर निर्भर रहती थी लेकिन अब वो जमाना खत्म हो गया है।
जानें, हर महिला ये 7 वित्तीय फायदे
आज महिलाएं (Indian Women)पुरूषों की तरह हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है….कार्यस्थल(Workplace) पर पुरूषों से किसी भी काम में पीछे नहीं हैं। यही वजह है कि उनकी अब आर्थिक निर्भरता(Financial Dependance) भी घट रही है। पहले जहां महिलाएं आर्थिक तौर पर पुरूषों पर निर्भर रहती थी लेकिन अब वो जमाना खत्म हो गया है। यही नहीं सरकार भी महिलाओं को प्रोत्साहन दे रही है, कई वित्तीय मामलों में उन्हें छूट और विशेष लाभ भी दिए जा रहे हैं। आइये आपको बताते हैं कि वो कौन-से वित्तीय फायदे है जो हर महिला को जानने जरूरी हैं
बच्चों के लिए किड अकाउंट
कामकाजी महिलाएं अपने बच्चों की शिक्षा के लिए की जाने वाली बचत को लेकर जूनियर किड अकाउंट खुलवा सकती है, इसमें न्यूनतम बैलेंस की अनिवार्यता से छूट दी गई है
थाइरॉइड टेस्ट के लिए भी छूट
कुछ बैंकों ने महिलाओं की लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों जैसे थाइरॉइड के टेस्ट जैसी चिकित्सा संबंधी जरूरतों को लेकर भी छूट देना शुरु किया है।
शॉपरहॉलिक के लिए कैशबैक ऑफर
कई बैंकों ने महिलाओं को बचत खातों में कुछ खास स्कीम्स दे रखी हैं जो महिलाओं की लाइफस्टाइल की जरूरतों को पूरा करते हैं। शॉपरहॉलिक महिलाएं जो डेबिट और क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग करती हैं, उन्हें रिवार्ड और कैशबैक ऑफर भी दिए जाते हैं।
रजिस्ट्री में छूट
महिला अगर प्रापर्टी खरीदना चाहती हैं तो सरकार उन्हें स्टांप ड्यूटी में छूट देती है। पुरूषों के मुकाबले महिलाओं को इसलिए प्रापर्टी सस्ती पड़ती है। पुरूषों के मुकाबले महिलाओँ को स्टांप ड्यूटी में करीब एक फीसदी की छूट मिलती है।
इंश्योरेंस में कम प्रीमियम
एलआईसी लेते समय महिलाओं को प्रीमियम में छूट दी जाती है। पुरूषों के मुकाबले उन्हें कम प्रीमियम देना पड़ता है।
एंटरप्रेन्योर के लिए बैंक लोन में आसानी
महिलाओं में एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई स्कीम्स शुरू की है, इसमें स्टैंड अप इंडिया के तहत मैन्यूफैक्चरिंग या ट्रेडिंग में महिलाओँ को दस लाख रुपए से लेकर एक करोड़ रुपए तक का बैंक लोन दिया जाता है।