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‘सरदार पटेल और इंदिरा गांधी ने अंतिम सांस तक देश को की समर्पित’

locationजयपुरPublished: Oct 31, 2019 07:23:00 pm

Submitted by:

Kamlesh Sharma

सरदार वल्लभ भाई पटेल और इंदिरा गांधी अंतिम सांस तक देश के प्रति समर्पित रहे। लौह पुरुष और लौह महिला के रूप में दोनों सख्त प्रशासक तो रहे, लेकिन सर्वसम्मति के हामी होने के साथ ही सुकोमल हृदय के स्वामी भी थे।

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जयपुर। सरदार वल्लभ भाई पटेल और इंदिरा गांधी अंतिम सांस तक देश के प्रति समर्पित रहे। लौह पुरुष और लौह महिला के रूप में दोनों सख्त प्रशासक तो रहे, लेकिन सर्वसम्मति के हामी होने के साथ ही सुकोमल हृदय के स्वामी भी थे। पटेल ने जहां करीब छह सौ देसी रियासतों के एकीकरण में सख्ती दिखाई, वहीं जनमत को भी पूरी अहमियत दी। ऐसे ही इंदिरा गांधी भी दुर्गा कहलाने के साथ ही प्राणिमात्र के प्रति दयाभाव रखती थीं। यही कारण है कि भारत वन्यजीवों के शिकार पर पाबंदी लगाने वाला पहला देश बना। यह विचार विभिन्न विद्वान वक्ताओं ने प्रतिपादित किया।
जेकेके के रंगायन सभागार में गुरुवार को सरदार पटेल जयंती और इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर राजस्थान के कला, संस्कृति व पुराततत्व विभाग की ओर से स्मृति संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इंदिरा गांधी और सरदार पटेल अपनी अंतिम सांस तक देश के प्रति समर्पित रहे: कल्ला
कला एवं संस्कृति मंत्री बीड़ी कल्ला ने कहा कि इंदिरा गांधी और सरदार पटेल अपनी अंतिम सांस तक देश के प्रति समर्पित रहे। उन्होंने अल्लामा इकबाल के शेर, ‘हज़ारों साल नर्गिस अपनी बे-नूरी पे रोती है बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदा-वर पैदा’ को उद्दत करते हुए इंदिरा गांधी के अंतिम भाषण में कहे, “खून की आखिरी बूंद तक देश के लिए काम आएगी’ शब्दों को याद किया। साथ ही, इंदिरा गांधी के साथ बिताए पलों के स्मरण करते हुए उनके व्यक्तित्व की खूबियों को उकेरा। कल्ला ने कहा कि सरदार पटेल और नेहरू के बीच विचार भिन्नता होते हुए भी दोनों एक-दूसरे का सम्मान करते थे, साथ ही विभिन्न मसलों को मिलकर सुलझाते थे। इन दोनों में विवाद की बातें बिल्कुल गलत हैं।
ऐसा देश बनाएं कि पीढियां खुश रहें: सुब्बाराव
प्रसिद्ध गांधीवादी विचारक पद्मश्री डॉ. एस एन सुब्बाराव ने कहा कि भारत सद्भाव, अहिंसा और शांति वाला देश बनेगा तभी हमारी आनेवाली पीढियां सुख से रह सकेंगी। उन्होंने सभी का शांत और खुशहाल भारत बनाने के कार्य मे जुटने का आह्वान किया। उनके साथ, “ये दुलारा देश हमारा प्यारा हिदुस्तान…” गीत में सभी ने सुर मिलाकर माहौल में जोश भर दिया।
कार्यक्रम में पूर्व आईएएस श्याम सुंदर बिस्सा, पद्म भूषण डॉ. डीआर मेहता, मीनाक्षी हूजा, पूर्व मुख्य वन संरक्षक आर एन मेहरोत्रा ने भी सरदार पटेल और इंदिरा गांधी के व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। साथ ही, इनसे जुड़े अपने संस्मरण भी सुनाए। इस मौके पर कला एवं संस्कृति विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा सहित कई हस्तियां मौजूद थीं।
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