. रीको बंजर भूमि को चिन्हित कर औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की संभावनाएं तलाशेगा वहीं उद्योग विभाग, बीआईपी और रीको परस्पर सहयोग व समन्वय से नए निवेश के ठोस प्रयास करेंगे।
. मुख्यमंत्री लघु उद्यम प्रोत्साहन योजना में अधिकतम 10 करोड़ तक के ऋण पर ऋण राशि के अनुसार पांच से आठ प्रतिशत का ब्याज अनुदान दिया जा रहा है। इससे प्रदेश में छोटे-बड़े सभी तरह के उद्योगों का विकास और अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में चल रहे प्रयासों में तेजी लाई जाएगी।
. सभी विभाग व संस्थाएं 30 जून तक मई तक के पेंडिंग प्रकरणों का निष्पादन सुनिश्चित करेंगें वहीं जन घोषणा पत्र, बजट घोषणाओं, विधान सभा प्रश्नों, सीआईएमएस, मुख्यमंत्री व मंत्री की घोषणाओं आदि का समयबद्ध निस्तारण की योजना के तहत काम शुरू होगा।
इनका कहना है
कोविड-19 के कारण बदली परिस्थितियाें में राज्य सरकार की उद्योग से संबंधित फ्लेगशीप योजनाएं राज्य के औद्योगिक विकास और स्वरोजगार सृजन में मील का पत्थर सिद्ध होगी। इन योजनाओं का लाभ निचले स्तर तक पहुंचाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। जिससे प्रदेश में छोटे-बड़े सभी तरह के उद्योगों का विकास और अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (उद्योग) सुबोध अग्रवाल