देश भर के 21 राज्यों की पुलिस ने एक साल में 25 साइबर ठग पकड़े हैं और हमारी पुलिस ने एक साल में 16 को सलाखें दिखाई हैं। अब पुलिस अफसर प्रयास कर रहे हैं कि इनकी जल्दी जमानत नहीं हो और ये राजस्थान की जेलों से बाहर नहीं निकल सकें। इसके लिए भी पुख्ता प्लानिंग की जा रही है और डीसीपी क्राइम ने इस मुहिम में सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों का सहयोग मांगा है।
चालीस से ज्यादा मोबाइल नंबर सभी जिलों में भेजे
लंबे समय से साइबर ठगों के पीछे पड़ी जयपुर क्राइम ब्रांच की टीम ने हाल ही में जो ठग पकड़े हैं, उनसे करीब चालीस मोबाइल नंबर मिले हैं। इन मोबाइल नंबरों से राजस्थान में एक लाख से ज्यादा कॉल की गई है। सबसे ज्यादा कॉल्स जयपुर मंे हुई है और ठगी भी हमारे यहां पर ही सबसे ज्यादा है।
शेयर कारोबार, मार्बल व्यवसाय
डीसीपी क्राइम विकास पाठक ने बताया कि जो ठग पकड़े गये हैं अभी तक उनमें से अस्सी प्रतिशत तक ठगी करते-करते लखपति हो चुके हैं। उनमें से अधिकतर ने अपनी झोपडि़यों को दो से तीन मंजिल के मकानों में तब्दील करा लिया है। दो लाख रुपए तक की बाइकें खरीद ली है और साथ ही ईंट भट्टों, शेयर कारोबार और सोने के बिस्कुट तक खरीदे हैं।
OMG! राजस्थान का ऐसा कोई जिला नहीं जहां बैंककर्मी बन इन 6 लोगों ने नहीं ठगा हो, इस तरह आए पकड़ में
तीन ठगों ने तो अपनी गोवा में हनीमून मनाने के साथ ही अपनी पत्नियों को बीस लाख रुपए तक का नौ लखा हार तक दिलाया है।