झुंझुनूं डीईओ प्रारम्भिक मनोज कुमार ढाका ने शनिवार को स्कूल का जायजा लिया तथा मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले में नाम आने पर सभी पांचों शिक्षकों को निलंबित कर दिया। घटना के दौरान छुट्टी पर चल रही एक अध्यापिका को ही स्कूल में ही रखा गया है। स्कूल में नया स्टाफ लगाया गया है। जिसमें एक शिक्षक व एक अध्यापिका को मंडाणा तन खेतड़ी से लगाया गया है। डेपूटेशन पर चल रहे एक अन्य शिक्षक को वहां लगाया गया है।
बलात्कार के आरोपी अलवर जिले के निवासी प्रधानाध्यापक की शादी दिसम्बर 2020 में हुई थी। आरोपी सात दिसम्बर 2020 से इसी स्कूल मेे प्रधानाध्यापक था। आरोपी प्रधानाध्यापक की पत्नी भी दूसरे सरकारी स्कूल में शिक्षक है।
बाल अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक प्रिया चौधरी ने बताया कि बच्चों के साथ किसी भी प्रकार का अपराध होने पर वे 1098 पर फोन कर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। जांच के बाद हर संभव मदद की जाएगी।
प्रकरण की पूरी जांच करने के लिए तीन अधिकारियों की एक कमेटी गठित की है। इसमें राउमावि निहालोठ के प्रधानाचार्य राजेश श्रीवास्तव के नेतृत्व में राउमावि सोलाना की प्रधानाध्यापिका अंजना कुमारी व तोलासेही के प्रधानाध्यापक सुशील कुमार शर्मा को भी शामिल किया गया है। जांच कमेटी को 3 दिन में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं।
लम्बे समय से छुट्टी पर चल रही एक अध्यापिका को छोड़कर स्कूल के सभी शिक्षकों को निलम्बित कर दिया गया है। हर स्कूल में काउंसलिंग की जाएगी। दीवारों पर चाइल्ड हैल्प लाइन नम्बर लिखवाए जाएंगे। जल्द से जल्द सरकारी सहायता राशि दिलाई जाएगी।
-मनीष त्रिपाठी, एसपी झुंझुनूं