scriptराहत देने की बजाय, जनता की जेब पर वार कर रही है केंद्र सरकार | Instead of giving relief, the central government is hitting the pocket | Patrika News

राहत देने की बजाय, जनता की जेब पर वार कर रही है केंद्र सरकार

locationजयपुरPublished: Jun 09, 2020 05:13:36 pm

Submitted by:

Umesh Sharma

पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार हो रही बढ़ोतरी को लेकर परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने केंद्र पर निशाना साधा है। खाचरियावास ने कहा कि पेट्रोल डीजल के दामों में फिर वृद्धि कर केंद्र सरकार कोरोना संकट में राहत देने की बजाय जनता की जेब पर लगातार वार कर रही है।

राहत देने की बजाय, जनता की जेब पर वार कर रही है केंद्र सरकार

राहत देने की बजाय, जनता की जेब पर वार कर रही है केंद्र सरकार

जयपुर।

पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार हो रही बढ़ोतरी को लेकर परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने केंद्र पर निशाना साधा है। खाचरियावास ने कहा कि पेट्रोल डीजल के दामों में फिर वृद्धि कर केंद्र सरकार कोरोना संकट में राहत देने की बजाय जनता की जेब पर लगातार वार कर रही है। जनता रोटी व राशन मांगती है, लेकिन पीएम केवल केवल भाषण देते हैं। उन्होंने सवाल किया है कि आपदा में भी मोदी सरकार अपना पेट भरने में क्यों लगी है?
उन्होंने कहा कि पूरे देश को बड़ा झटका है। पिछले दस दिनों में पेट्रोल 2.24 रुपए और डीजल 1.73 रुपए महंगा कर दिया है। वो भी तब जब पूरी दुनिया में इनके दाम घट रहे हैं। क्रूड आॅयल के दाम लगातार घटने के बाद भी केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर जनता को मिलने वाला लाभ अपनी जेब में डाल रही है। आज ना लोगों को राशन मिल रहा है और ना ही मदद मिल रही है। हिन्दुस्तान का मजदूर आज भी सड़कों पर पैदल चल रहा है, 667 मजदूरों की मौत् हो गई। मध्यमवर्गीय, नौजवान सभी परेशान हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जनता की हितैषी होने का दम भरती है, लेकिन झूठ बोलकर अपना राजनीतिक हथकंड़ों को पूरा करना चाहती है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समय पर क्रूड आॅयल महंगा था, तब भी पेट्रोल-डीजल सस्ता था। मगर आज केंद्र सरकार इस संकट की घड़ी में लोगों की मदद नहीं कर रही हैं, ऐसे में उसे पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाने का अधिकार नहीं है। ये देश की जनता के साथ धोखा है। केंद्र को एक्साइज ड्यूटी घटाकर जनता को लाभ देना चाहिए।
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