Yoga Day 2019 : राजधानी के सरकारी स्कूलों की Live Report
International Yoga Day 2019 : जयपुर के स्कूलों में नहीं पहुंचे बच्चे, टीचर ही करते नजर आए योग
जया गुप्ता / जयपुर.International Yoga Day 2019 पर जहां देशभर में योग के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। वहीं दूसरी तरफ जयपुर के ( government school ) में योग के नाम पर खानापूर्ति की गई। राजधानी के ही अधिकांश सीनियर सेकेंडरी स्तर के स्कूलों में गिनती के बच्चे पहुंचे वहीं प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में कर्मचारियों व शिक्षकों के बुलाने के बाद यह बच्चे नहीं आए। शिक्षक एक घंटा बैठकर खानापूर्ति कर वापस चले गए। इतना ही नहीं कई स्कूलों में तो शिक्षक भी पूरी संख्या में नहीं पहुंचे।
दरअसल स्कूलों का शैक्षिक कैलेंडर बदलने के बाद स्कूलों में योग दिवस किस प्रकार मनाया जाएगा यह सवाल पिछले कई दिनों से सरकार के सामने खड़ा हो रहा था इसका रास्ता निकालते हुए विभागीय मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ( Govind Singh Dotasara ) ने 21 जून को एक 1 घंटे के लिए स्कूल खोलने के निर्देश दिए थे उसमें भी शिक्षकों और बच्चों को जाना अनिवार्य नहीं था। शिक्षक औए बच्चे अपने पास के किसी भी स्कूल में जाकर योग कर सकते हैं। इसी कारण इस बार योग दिवस पर स्कूलों में केवल नाम के कार्यक्रम हुए।
राजधानी के स्कूलों में मिली यह स्थिति स्कूल एक – दिल्ली रोड स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय गुलजार बस्ती स्कूल में दो महिला शिक्षक वह एक के पति कुर्सी पर बैठे थे। पूछने पर बताया कि एक भी बच्चा नहीं आया किसको योग करवाएं। तभी दूसरी महिला शिक्षक बोली चलो हम ही लोग कर लेते हैं और रोड पर योग दिवस लिखने लगी।
स्कूल दो – दिल्ली रोड स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय दरबार कॉलोनी स्कूल में दो महिला शिक्षक व एक पुरुष शिक्षक हैं। मौके पर एक महिला शिक्षक व एक पुरुष शिक्षक स्कूल में मिले। उन्होंने बताया कि एक अन्य महिला शिक्षक बच्चों को लेने बस्ती में गई है। उस समय तक 7:45 बज चुके थे। फोटो क्लिक करने लगे तो बोले दरी बिछाकर कहा योगा कर लेते हैं।
स्कूल तीन – राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बांदरी का नासिक पुराना आमेर रोड स्थित स्कूल में योग के लिए दरिया बिछाई हुई थी लेकिन वहां कोई बच्चा नहीं था। स्कूल में मौजूद 6-7 शिक्षक बैठ कर बातें कर रहे थे तभी एक कर्मचारी पास की बस्ती से चार पांच बच्चों को लेकर आया और एक शिक्षक में योग करवाना शुरू किया।
स्कूल चार : राजकीय माध्यमिक विद्यालय ब्रह्मपुरी स्कूल के खाली ग्राउंड में योग करवाया जा रहा था लेकिन बच्चे गिनती के भी नहीं थे। तभी एक महिला शिक्षक में प्रार्थना करवाने शुरू की और शिक्षकों ने ही योग किया।